Sunday, April 28, 2024

इं. राजेंद्र प्रसाद

डॉ. आंबेडकर यानी दोहरे गुलामों के मुक्तिदाता

डॉ. आंबेडकर एक युगपुरुष, क्रांतिदूत, गुलामों के मुक्तिदाता, आधुनिक भारत के प्रमुख शिल्पकार, मौलिक चिंतक, समीक्षक, सिद्धांतकार, विश्वविख्यात विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, समाजशास्त्री, तत्ववेत्ता एवं राजनीतिक द्रष्टा के साथ ही विलक्षण व्यक्तित्व के स्वामी थे। उन्होंने हर तरह से दीन-हीन और...

न्यायपालिका में वैदिक आरक्षण कब तक

अभी तक उच्च न्यायालयों और सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति कॉलेजियम सिस्टम से होती आ रही है। यह कॉलेजियम सिस्टम क्या है? कॉलेजियम सिस्टम वह पद्धति है जिसमें कुछ वरिष्ठ जज मिलकर खुद जजों की नियुक्ति करते हैं।...

वैदिक आरक्षण बनाम संवैधानिक आरक्षण: संदर्भ आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी

सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पूछा जाना कि यह आरक्षण कितनी पीढियों तक चलेगा, चर्चा और बहुजन समाज के लिए चिंता का विषय बन गया है। आइए आरक्षण के विषय पर बात करते हैं। जिस जाति व्यवस्था के चलते संवैधानिक आरक्षण...

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वकीलों के हड़ताल से न्याय के शत्रु खुश होते हैं

मऊ, ‘‘तारीख पे तारीख...!’‘ ‘लेकिन इंसाफ नहीं मिलता है।’  फिल्म ‘दामिनी’ का डायलॉग कोर्ट कचहरी को लेकर बहुत मशहूर...