Author: इस्लाम हुसैन
संघ-भाजपा के कार्यकर्ता की तरह व्यवहार कर रहे तमिलनाडु के राज्यपाल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने राजनैतिक दृष्टिकोण में संविधान द्वारा प्रदत्त उस बिंदु को स्वीकार करने में आनाकानी करती है, जो भारतीय लोकतांत्रिक गणतंत्र की [more…]
सड़कों पर नमाज़ क्यों होती है?
पिछले कई सालों से यह सवाल बार-बार उठता है और उठाया जाता है कि मुसलमान सड़क पर नमाज़ क्यों पढ़ते हैं, कुछ ग्रुप इसे नफ़रत, [more…]
पुरस्कारों से ऊपर है गांधीवादी राधा भट्ट का नाम
देश के हजारों कार्यकर्ताओं बच्चों की मां, मौसी और बड़ी दीदी की तरह 91 साल की राधा बहन का नाम 2025 के पद्म पुरस्कारों की [more…]
कोरोना काल से अबतक पूंजीवादी अन्तर्द्वन्द और श्रमशक्ति के शोषण के हथकंडे
कोरोना काल में भारत में पूंजीवाद और उसकी संरक्षक सत्ता का वीभत्स रूप देखा गया था जब श्रम पूंजी के सापेक्ष उभय पक्ष हो गया [more…]
मनमोहन सिंह की नीतियां विकास की मजबूरी थी या पूंजीवादी व्यवस्था की ज़रूरत?
हमारी भी बड़ी मजबूरी है क्योंकि अन्ना आन्दोलन से पहले ही हम जैसे लोग जो हर सरकार में सदा स्थायी विपक्ष की भूमिका निभाते आए [more…]
मुहम्मद यूनुस होने का मतलब
प्रो. मुहम्मद यूनुस होने का मतलब जिन्होंने कई बार देश का प्रमुख बनने का आफर ठुकरा दिया था, लेकिन अपने मुल्क की मौजूदा हालत देखकर [more…]
वियतनाम में अमेरिकियों के बहशीपन-दरिंदगी की याद दिलाता मणिपुर का वीडियो
पश्चिमी समाज अगर किसी एक घटना और उसकी फोटो से बहुत ज्यादा शर्मिंदा होता है तो वो 1972 के अमेरिका-वियतनाम युद्ध में एक 9 साल [more…]
जो सबका है, वही है ‘सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा’
ऐसे वक्त जबकि मुल्क में संवैधानिक संस्थाओं और प्रावधानों के साथ-साथ आजादी के समय की रवायतों-परम्पराओं पर हर तरफ से हमले हो रहे हैं। उस [more…]
उत्तराखंड में सद्भावना की पहल यानि उम्मीद की नई किरण
नफ़रतों और वैमनस्यता के ख़िलाफ़ उत्तराखंड में जो पहल शुरू हुई है उसने भारतीय समाज की मूल समन्वयवादी प्रवृत्ति की पुनर्स्थापना करने की आवश्यकता को [more…]
सर्वोदय समाज का 48 वां सम्मेलन संपन्न, गांधीजनों ने लिया लोकतंत्र बचाने का संकल्प
वर्धा। सर्वोदय समाज और उनके मानने वालों की देश को समझने का अपना नजरिया है। वो अपने ढ़ंग से किसी स्थिति का विश्लेषण करते हैं। [more…]