हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति ने बता दिया है कि मनोहर लाल खट्टर सरकार कृषि प्रधान राज्य और नागरिकों को लेकर कितनी गंभीर है। राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं से बचने व निपटने का पुख्ता प्रबंध...
9 सितंबर शुक्रवार को रोहतक के नांदल भवन में कई खापों द्वारा आयोजित शिक्षा सम्मान समारोह में बोलते हुए एक बार फिर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अपनी ही पार्टी की केन्द्रीय सरकार पर निशाना साधा है। राज्यपाल...
हरियाणा से संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य व फायर ब्रांड किसान नेता सुरेश कोथ ने हरियाणा की किसान जत्थेबंदियों को 12 सितंबर को फिर से हरियाणा के मुख्यमंत्री आवास को घेरने का आह्वान किया है।
बार बार हरियाणा सरकार...
भारत में 'क्षेत्रपति वर्ग' का उल्लेख वेदों में स्पष्ट रूप से मिलता है। यह वो वर्ग है जो भूमि स्वामी रहे। इस वर्ग में विभिन्न नस्ल जातियां धर्म और क्षेत्रों के लोग मूल रूप से भूमि से जुड़े कार्यों से जीवन यापन करते थे। जो मुख्यत: किसान थे। भौगोलिक क्षेत्र...
25 सितम्बर को जींद में देवी लाल जयंती पर हुयी सम्मान रैली में जुटी भीड़ और अप्रत्याशित रुप से पहुंचे भाजपा नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह द्वारा मंच से ताऊ देवी लाल की प्रशंसा करते हुये प्रधानमंत्री...
विभिन्न कठिन दौरों से गुजरते हुये पंजाब ने सत्ता के कई उतार चढ़ाव देखे हैं। कई दौर राष्ट्रपति शासन के भी रहे ।आजादी के बाद से ही पंजाब में राजनीतिक सत्ता परंपरागत रुप से कांग्रेस और अकाली दल के...
उत्तर भारत के पश्चिमी सीमा से लगते पंजाब प्रदेश में पिछले 3 दिनों की उथल पुथल के बाद नयी सरकार अस्तित्व में आ गयी। आजादी के बाद से देश में सत्ता के शीर्ष व वर्चस्व पर रहने वाली कांग्रेस पार्टी वर्तमान में अपने जनाधार को बचाने व पुन:स्थापित करने के लिये संघर्षरत है। प्रदेश की परिस्थितियों...
हिसार में कल क्रांतिमान पार्क में हुयी किसानों की सभा में बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों की एकता ने स्थानीय व प्रदेश प्रशासन को सकते में ला दिया। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पुलिस कमिशनरेट के घेराव करने के कार्यक्रम...
हरियाणा विधान सभा में किसान हित की नितियों पर 'राजनीतिक संधियां' स्पष्ट तौर पर भारी रहीं! भाजपा, जजपा गठबन्धन सरकार के विरुध अविश्वास प्रस्ताव सदन में नामंजूर हुआ! हरियाणा मे विपक्षी कांग्रेस पार्टी द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के...
नीतियों के प्रति असंतोष संघर्ष के लिए प्रेरित करता है, ये तारीख इतिहास में दर्ज है। नीतियों के मूल में कारक और उद्देश्य जब सामूहिक उत्थान कल्याण के विपरीत महत्वकांक्षाओं व दोहन पर आधारित हों तो संघर्ष ही परिणाम...