Friday, April 19, 2024

लाल बहादुर सिंह

मोदी शासन के सर्वांगीण पतन और बर्बरता के 9 साल

जंतर-मंतर से अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता विनेश फोगाट ने ट्वीट किया है, "देश याद रखेगा कि जब देश की नई संसद का उद्घाटन हो रहा था, तब इंसाफ के लिए लड़ती बेटियों पर जुल्म ढाया जा रहा था।" मोदी के 9...

यूपी निकाय चुनाव में भाजपा की ‘प्रभावशाली जीत’ का नैरेटिव फर्जी

कर्नाटक चुनाव ने ब्रांड मोदी और 2024 में भाजपा की सम्भावनाओं को जो निर्णायक चोट पहुंचाई है उसकी काट के लिए UP निकाय चुनाव को लेकर सत्ता प्रतिष्ठान के बुद्धिजीवी फर्जी नैरेटिव गढ़ने में लगे हैं। एक स्वनामधन्य समाजशास्त्री ने...

कर्नाटक ने दिखाया राष्ट्रीय विनाश के फासीवादी राज के अंत का रास्ता

सत्ता समर्थक विश्लेषकों, संपादकों-एंकरों ने यह साबित करने में पूरा जोर लगा दिया है कि कर्नाटक चुनाव का 2024 पर कोई असर नहीं पड़ेगा। यही इस बात को दिखाने के लिए पर्याप्त है कि relatively मध्यम आकार के- महज...

1857 के महासंग्राम से उभरे मूल्यों को बचाने की चुनौती

10 मई, 1857, हमारी पहली जंगे-आज़ादी का शुभ दिन! 1857 की स्पिरिट को, हमारे पुरखों के सपनों, उनके आदर्शों, आज़ाद हिंदुस्तान के उनके vision को उस दौर का यह कौमी तराना सबसे सटीक ढंग से व्यक्त कर देता है: "हम हैं...

किसानों से किया वायदा पूरा करने में फिर विफल रही मोदी सरकार: क्या किसान आंदोलन फिर खड़ा होगा?

20 मार्च को रामलीला मैदान में हुई किसान महापंचायत के बीच संयुक्त किसान मोर्चा के 15 सदस्यीय प्रतिनिधि-मण्डल की केंद्रीय कृषि मंत्री के साथ बैठक हुई थी। बैठक के बाद किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दिया था, कि...

बेरोजगार युवा फासीवादी वाहिनी का अंग बनेंगे या रोजगार-आंदोलन के सिपाही : यही तय करेगा लोकतन्त्र का भविष्य

लोग तय नहीं कर पा रहे हैं कि भारत ने चीन को जो जनसंख्या के मोर्चे पर पछाड़ा है, वह खुश होने का अवसर है या दुःखी। कुछ दिनों पहले की बात होती तो अर्थशास्त्री इसे वरदान बताते क्योंकि...

अधिनायकवादी-फासीवादी दौर में शहीद चन्द्रशेखर की क्रांतिकारी स्पिरिट युवाओं की प्रेरणा

31 मार्च JNU छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष चन्द्रशेखर का शहादत दिवस है। 1993 में छात्रसंघ चुनाव के दौरान यह पूछे जाने पर कि क्या वे किसी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, चन्द्रशेखर ने कहा था, " हां,...

कॉरपोरेट साम्प्रदायिक फ़ासीवाद, कट्टरपन्थ और पुनरुत्थानवाद को निर्णायक शिकस्त ही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि

सबसे ख़तरनाक होता है  मुर्दा शांति से भर जाना  न होना तड़प का सब कुछ सहन कर जाना  घर से निकलना काम पर  और काम से लौटकर घर आना  सबसे ख़तरनाक होता है  हमारे सपनों का मर जाना ....... सबसे खतरनाक वह दिशा होती है जिसमें आत्मा का सूरज...

“किसान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, देश बचाओ” नारे के साथ किसानों का 20 मार्च को दिल्ली कूच

20 मार्च को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान फिर दिल्ली पहुंच रहे हैं। रामलीला मैदान में उनकी महापंचायत होने जा रही है। वैसे तो दिल्ली बॉर्डर पर साल भर से ऊपर चले उनके ऐतिहासिक आंदोलन के बाद...

क्या बिहार फासीवाद के खिलाफ लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में देश को एक बार फिर रास्ता दिखायेगा?

फरवरी का दूसरा पखवारा बिहार में बड़ी राजनीतिक घटनाओं से भरा और राष्ट्रीय राजनीति के लिए दूरगामी महत्व का होने जा रहा है। 25 फरवरी को सुदूर सीमांचल में पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में महागठबंधन की संयुक्त रैली होने...

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AIPF (रेडिकल) ने जारी किया एजेण्डा लोकसभा चुनाव 2024 घोषणा पत्र

लखनऊ में आइपीएफ द्वारा जारी घोषणा पत्र के अनुसार, भाजपा सरकार के राज में भारत की विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला हुआ है और कोर्पोरेट घरानों का मुनाफा बढ़ा है। घोषणा पत्र में भाजपा के विकल्प के रूप में विभिन्न जन मुद्दों और सामाजिक, आर्थिक नीतियों पर बल दिया गया है और लोकसभा चुनाव में इसे पराजित करने पर जोर दिया गया है।