Author: लाल बहादुर सिंह
-
स्मृतियों के आईने में अरुण पांडेय : एक समीक्षा
हाल ही में परिकल्पना प्रकाशन द्वारा प्रकाशित “स्मृतियों के आईने में अरुण कुमार पांडेय”, हम सब से हमेशा के लिए विदा हो चुके वरिष्ठ पत्रकार अरुण पांडेय को श्रद्धांजलि है। इसका पहला भाग देश में चले ऐतिहासिक किसान आंदोलन पर उनकी अधूरी किताब है, जो वे उस समय लिख रहे थे जब कोविड ने अचानक…
-
कांग्रेस के साथ नत्थी होने की जगह जनांदोलन की ताकतों को बनाए रखनी होगी अपनी स्वायत्तता
राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा चुनावी राजनीतिक की दृष्टि से कितनी सफल होगी यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है, पर इस अर्थ में जरूर सफल है कि वह मौजूदा political discourse के केन्द्र में आ गयी है। आज भाजपा-संघ सहित तमाम राजनीतिक दल, ( यहां तक कि संत-महंत ), मीडिया, नागरिक समाज…
-
नवउदारवादी अर्थनीति, बहुसंख्यकवाद और राजनीतिक बंदियों की रिहाई पर विपक्ष की चुप्पी आत्मघाती
देश तीखे राजनीतिक संघर्ष के दौर में प्रवेश कर गया है, जिसमें सबकी निगाह अगले महीने शुरू होने जा रहे चुनावों की श्रृंखला पर है जिनकी चरम परिणति भारतीय लोकतन्त्र के लिए निर्णायक 2024 के आम चुनाव में होगी। राष्ट्रीय स्तर पर महंगाई, बेरोजगारी तो अब प्रमुख सवाल बन ही गए हैं, इनके साथ ही…
-
उत्तर प्रदेश में जनता बदलाव के पक्ष में मन बना चुकी है: क्या विपक्ष उसे जनादेश में बदल पायेगा ?
सारे indicators बता रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में जनता बदलाव के पक्ष में मन बना चुकी है। इसकी अभिव्यक्ति विपक्ष की रैलियों में उमड़ती स्वतःस्फूर्त भीड़ में हो रही है, जबकि प्रधानमंत्री की रैलियों के लिए पूरी प्रशासनिक मशीनरी लगाकर लाभार्थियों की भीड़ जुटानी पड़ रही है, जाहिर है वहाँ आने वाले लोग भाजपा…
-
बिहारवासियों, आप के पास भारत के ट्रम्प भक्तों की नफ़रती सियासत की ताबूत में आखिरी कील ठोंकने का है मौका!
बिहारवासी बहनों-भाइयों, दुनिया से नफ़रत के सौदागरों की विदाई शुरू हो चुकी है। महान अमेरिकी जनता ने महाठग ट्रम्प को White House से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, अब बस औपचारिक घोषणा बाकी है, इसमें चाहे जितना समय लगे। अफसोस, ट्रम्प को जिताने के लिए, यहां तक कि अमेरिका में चल रही counting रुकवाने…
-
पीएम मोदी के जन्मदिन उर्फ नौजवानों के ‘राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस’ पर खुली चिट्ठी
प्रधानमंत्री मोदी जी, आपको जन्मदिन की शुभकामना ! जीवन के 70 वर्ष मुबारक! उम्मीद है आज आप थोड़ा समय निकालकर, अपने अतीत के पन्ने पलटेंगे और आत्मचिंतन करेंगे कि आपने देश के भविष्य को और देश की युवा पीढ़ी के भविष्य को आज कहाँ पहुंचा दिया है। वे नौजवान जो आपके लिए “मोदी मोदी” करते…