Friday, September 29, 2023

नलिनी तनेजा

दो सावरकर नहीं हैं ‘1857’ और ‘हिन्दुत्व’ के लेखक

(सावरकर को लेकर यह भ्रम प्रगतिशील समझे जाने वाले बुद्धिजीवियों में भी आम रहा है कि `हिन्दुत्व का सिद्धांतकार` अपने शुरुआती दौर में धर्मनिरपेक्ष था। यह भ्रम 1909 में आई सावरकर की पुस्तक ‘वार ऑफ इंडिपेंडेंस, 1857’  की बुनियाद...

About Me

1 POSTS
0 COMMENTS

Latest News

एमपी पुलिस समय पर कार्यवाही करती तो बच्ची का बलात्कार नहीं होता: सुप्रिया श्रीनेत

नई दिल्ली। उज्जैन में हुए 12 साल की बच्ची से बलात्कार के मसले पर कांग्रेस ने एमपी की बीजेपी...