प्रदूषण के असली गुनहगारों की जगह किसान ही खलनायक क्यों और कब तक ?

इस देश में वर्तमान समय की राजनैतिक व्यवस्था में किसान और मजदूर तथा आम जनता का एक विशाल वर्ग सबसे…

आधुनिकतम जेनोबोट्स और विश्व मानवता के सामने आसन्न खतरे

दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार अमेरिका के तीन विश्वविद्यालयों क्रमशः वर्मोंट विश्वविद्यालय, टफ्ट्स विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के…

चंद्रमा पर ऑक्सीजन का अक्षय भंडार !

इसी साल अक्टूबर 2021के महीने में ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी और सुप्रतिष्ठित अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच आर्टेमिस कार्यक्रम के अंतर्गत…

मोदी मैजिक या उपचुनाव में मोदी मुक्त भारत के शंखनाद की शुरुआत !

‘कहां तो तय था चिरागां हर एक घर के लिए कहां चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए !’                                    -दुष्यंत…

फासिस्ट हो गई है केंद्र की मोदी सत्ता!

सभ्य और लोकतांत्रिक दुनिया में एक बहुत ही घृणित व बदनाम ‘फासिस्ट’ शब्द इटली के सिसिली द्वीप के 19वीं सदी…

धरती तो धरती इंसान ने अंतरिक्ष में भी भर दिया कचरा

इस धरती के सबसे सम्पन्न और ताकतवर तथा 80 प्रतिशत तक प्रदूषण फैलाने वाले इस दुनिया के सबसे विकसित और…

बचाने से ज्यादा पर्यावरण को उजाड़ने का काम करती हैं सरकारें

अक्सर हमारे देश में पर्यावरण बचाने और प्रदूषण से मुक्ति के लिए वृहद वृक्षारोपण का नाटक करने में,नदियों को प्रदूषणमुक्त…

क्या स्टेन स्वामी के बाद सत्ता अब गौतम नवलखा को चाहती है मौत के घाट उतारना?

मीडिया के अनुसार अब 70 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार गौतम नवलखा को नवी मुंबई के तलोजा जेल के सामान्य…

माफीनामों के वीर हैं सावरकर

सावरकर सन् 1911 से लेकर सन् 1923 तक अंग्रेज़ों से माफी मांगते रहे, उन्होंने छः माफीनामे लिखे और सन् 1923…

जन्मदिन पर विशेष: मौजूदा क्रूर व्यवस्था भी मांग रही है भगत सिंह जैसी कुर्बानी

आज से 90 साल पूर्व शहीद-ए-आजम स्वर्गीय भगत सिंह की कही बातें आज मोदीराज में बिल्कुल सत्य साबित हो रही…