प्रदूषण के असली गुनहगारों की जगह किसान ही खलनायक क्यों और कब तक ?
इस देश में वर्तमान समय की राजनैतिक व्यवस्था में किसान और मजदूर तथा आम जनता का एक विशाल वर्ग सबसे दीन-हीन और कमजोर वर्ग है,क्योंकि [more…]
इस देश में वर्तमान समय की राजनैतिक व्यवस्था में किसान और मजदूर तथा आम जनता का एक विशाल वर्ग सबसे दीन-हीन और कमजोर वर्ग है,क्योंकि [more…]
दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार अमेरिका के तीन विश्वविद्यालयों क्रमशः वर्मोंट विश्वविद्यालय, टफ्ट्स विश्वविद्यालय और हार्वर्ड विश्वविद्यालय के वायस इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल इंस्पायर्ड [more…]
इसी साल अक्टूबर 2021के महीने में ऑस्ट्रेलियाई अंतरिक्ष एजेंसी और सुप्रतिष्ठित अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बीच आर्टेमिस कार्यक्रम के अंतर्गत एक समझौते पर हस्ताक्षर हुआ [more…]
‘कहां तो तय था चिरागां हर एक घर के लिए कहां चिराग मयस्सर नहीं शहर के लिए !’ -दुष्यंत कुमार भारतीय जनमानस में एक [more…]
सभ्य और लोकतांत्रिक दुनिया में एक बहुत ही घृणित व बदनाम ‘फासिस्ट’ शब्द इटली के सिसिली द्वीप के 19वीं सदी के क्रांतिकारियों को पुकारे जाने [more…]
इस धरती के सबसे सम्पन्न और ताकतवर तथा 80 प्रतिशत तक प्रदूषण फैलाने वाले इस दुनिया के सबसे विकसित और उन्नतिशील 20 देशों के अड़ियल [more…]
अक्सर हमारे देश में पर्यावरण बचाने और प्रदूषण से मुक्ति के लिए वृहद वृक्षारोपण का नाटक करने में,नदियों को प्रदूषणमुक्त करने में अरबों-खरबों रुपयों का [more…]
मीडिया के अनुसार अब 70 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार गौतम नवलखा को नवी मुंबई के तलोजा जेल के सामान्य कैदियों वाली बैरक से गंभीर,बड़े [more…]
सावरकर सन् 1911 से लेकर सन् 1923 तक अंग्रेज़ों से माफी मांगते रहे, उन्होंने छः माफीनामे लिखे और सन् 1923 के बाद वह लगातार ही [more…]
आज से 90 साल पूर्व शहीद-ए-आजम स्वर्गीय भगत सिंह की कही बातें आज मोदीराज में बिल्कुल सत्य साबित हो रही हैं ‘चाह नहीं मैं सुरबाला [more…]