अशोक स्तम्भ विवाद: जो कुछ हो रहा है वह अप्रत्याशित नहीं

सेंट्रल विस्टा की ऊपरी मंजिल पर स्थापित अशोक स्तंभ की प्रतिकृति के अनावरण के बाद से प्रारंभ विवाद थमने का…

पहली नागरिक के रूप में कितना कारगर साबित होंगी मुर्मू

संविधान निर्माताओं समेत स्वाधीनता संग्राम से मंज-तपकर निकले सिद्धान्तनिष्ठ और खरे राजनेताओं की उस पुरानी पीढ़ी ने (जिसे यह पता…

अग्निपथ योजना: हठधर्मिता छोड़े सरकार

अग्निपथ योजना के देशव्यापी विरोध के बावजूद सरकार इसकी समीक्षा और इस पर पुनर्विचार के लिए तैयार नहीं है। सरकार…

कश्मीर में हिंसा का दौर: कुछ जरूरी सवाल

जब मोदी सरकार की आठ साल की उपलब्धियों के गौरव गान में सरकार के मंत्री और मीडिया व्यस्त हैं तब…

साम्प्रदायिकता से संघर्ष को स्थगित रखना घातक

जब सुप्रीम कोर्ट ने असाधारण तत्परता से अनवरत सुनवाई कर राम मंदिर विवाद में बहुसंख्यक समुदाय की भावनाओं के अनुकूल…

असली पत्रकारों के लिए खड़ा हो गया है अस्तित्व का संकट

प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन और उत्तरोत्तर गिरती स्थिति पर चर्चा और विमर्श जारी है। हाल के…

प्रधानमंत्री जी! नफरत और घृणा नहीं लोगों के बीच समन्वय सिखाता है सिख धर्म

विगत दिनों प्रधानमंत्री जी ने लाल किले से श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व समारोह के मौके…

प्रशांत किशोर को लेकर मच रहा शोर और उसकी हकीकत

पिछले कुछ दिनों से प्रशांत किशोर सुर्खियों में हैं। यह चर्चा जोरों पर है कि लगभग 135 वर्षों की अपनी…

रामनवमी पर निकली शोभा यात्राओं का दूर-दूर तक नहीं था राम से रिश्ता

रामनवमी पर आयोजित भव्य शोभा यात्राओं ने आनंदित कम चिंतित अधिक किया। इनके विषय में लिखने से पहले गहन आत्मचिंतन…

द कश्मीर फाइल्स: रुकिए! भावनाओं में मत बहिए!

जब समाज में तार्किकता और सहिष्णुता का अभाव होने लगता है तब ‘द कश्मीर फाइल्स’ जैसी फिल्में बनती भी हैं…