मनोज कुयटे और कोमल कुयटे महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के संग्रामपुर तालुका के रहने वाले है, मनोज ने टाटा सामाजिक…
अज़मत उल्ला खां: जल, जंगल, जमीन से खेती की लड़ाई तक की अगुआई
मप्र के पिछड़े हुए आदिवासी बहुल और कोयला खदान जिलों की समस्याएं अलग हैं, सूखे की अक्सर मार झेलते रहते…
सेहत के सजग प्रहरी विनय विश्वकर्मा
नौरोजाबाद जिला उमरिया, मप्र के रहने वाले विनय विश्वकर्मा जब बारहवीं में अपने गाँव में पढ़ रहे थे तो उन्होंने…
गौरव जायसवाल: परम्परागत काम छोड़कर बदलाव की राह थामी
मप्र और महाराष्ट्र की सीमा पर बसा गाँव कुरई को अंग्रेजों ने बसाया था पूरा गाँव आदिवासी था और मात्र…
रामप्रसाद काजले: समाज सेवा ही जिसके जीवन का उद्देश्य बन गया
हरदा जिला मप्र के सम्पन्न जिलों में से एक है जहां नर्मदा के पानी की वजह से खेती उन्नत है…
मुक्ति कामना का प्रतीक ‘द व्हाइट टाइगर’
एक सफेद शेर है जो पिंजरे में कैद है और उसकी बेचैनी, उसका गुस्सा और उसकी तड़प- सब एक तरफ…
सामाजिक से लेकर अकादमिक हर मोर्चे पर थी इलीना की दखल
Ilina Sen यानि डॉक्टर इलीना सेन का जाना हम जैसे मित्रों के लिए बड़ा सदमा है और इस वक्त लिखना…
क्योंकि हम कबीलों में रहने वाले वहशी जानवर हैं!
और हमें लग रहा था कि हम सिर्फ मुस्लिम को मारेंगे 47 के विभाजन में, भिवंडी में, मुजफ्फरपुर में, गोधरा…