लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बेतहाशा बढ़ती महिला यौन हिंसा और बलात्कार, सामूहिक बलात्कार की घटनाओं के साथ भाजपा के बुल्डोजर…
ग्राउंड रिपोर्ट: योगी के ‘आदर्श तालाबों’ में पानी तो नहीं घास चरती गायें जरूर मिलीं
सीतापुर। वह दिन दूर नहीं जब शहर वासियों की तरह गाँवों के लोग भी सरोवर किनारे सैर सपाटे का लुत्फ़…
ख़ास रपट: नियमों की होती अनदेखी और मौत के बढ़ते आंकड़े! जवाबदेही आख़िर किसकी
“अगर सुपरवाइजर नहीं भागता और दूसरे लोगों को मदद के लिए बुला लेता तो आज मेरा भाई करन और पूरन…
बढ़ती महंगाई के आगे बेदम हो रही है सरकारी मदद
हरदासी खेड़ा, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के मटियारी स्थित हरदासी खेड़ा में बसी एक बस्ती है राम रहीम। इस बस्ती में…
लखनऊ: ईलाज ने बना दिया कर्जदार, आयुष्मान कार्ड तक नहीं हुआ नसीब
लखनऊ। ठीक एक दिन पहले मेरे पास सामाजिक कार्यकर्ता कमला जी का फोन आता है, आठ मार्च को मेरी व्यस्तता…
थम गयीं अंगुलियां, खत्म हो रहा है हाथों का जादू
लखनऊ। देश के किसी भी हिस्से में चिकन के कपड़ों का मतलब लखनऊ होता है। बाजार में घूमते हुए कढ़ाईदार…
गौशालाएं खाली, सांड और गाय खेतों में
बस्ती जिले के पिपरा काजी गाँव के रहने वाले परशुराम के खेत में खड़ी सरसों की फसल को पिछले दिनों…
लखनऊ से सटे मामपुर गाँव के दलित टोले तक आज भी नहीं पहुँच रहा कई सरकारी योजनाओं का लाभ
“उज्जवला का गैस चूल्हा, शौचालाय, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर, राशन, ई श्रम कार्ड आदि योजनाओं का लाभ समाज…
“स्मार्टफोन पाने के लिए नहीं किया था आशाकर्मियों ने आंदोलन”
लखनऊ। अगला पड़ाव था मेरा लखनऊ के बीकेटी क्षेत्र में स्थित गांव भीखापुरवा। भीखापुरवा जाने का मकसद था आशा बहू…
लखनऊ के दलित बहुल गांवों से ग्राउंड रिपोर्ट: “आज सुबह से एक कप चाय तक नसीब नहीं हुई, घर में न चीनी है न चाय पत्ती”
”पांच दशकों में जो न हो पाया, पांच वर्षों में कर दिखाया………डबल इंजन सरकार में राशन की डबल डोज मिल…