वर्तमान दलित राजनीति को चाहिए एक नई दिशा और रेडिकल एजेंडा

कुछ समय पहले में एक साक्षात्कार में चंद्रशेखर आजाद ‘रावण’ ने कहा था कि वर्तमान दलित राजनीति का स्वर्णिम काल…

बिहार, झारखंड में अमित शाह की सोशल इंजीनियरिंग फेल, इंडिया गठबंधन बहुत आगे

यह निर्विवाद है कि बिहार भारत का आर्थिक रूप से सबसे पिछड़ा राज्य है। बिहार को अत्यधिक गरीबी और ख़राब…

दिवस विशेष 24 सितंबर पूना पैकट: एक पुनर्मूल्यांकन

भारतीय हिन्दू समाज में जाति को आधारशिला माना गया है। इस में श्रेणीबद्ध असमानता के ढांचे में अछूत सबसे निचले…

निज्जर हत्याकांड: अमेरिका कनाडा के साथ भारत के लिए गंभीर कूटनीतिक चुनौती

कनाडा में खालिस्तान अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में अपनी संलिप्तता से भारत के इनकार ने दोनों देशों के…

जन्मदिन पर विशेष: समता मूलक समाज की अलख जगाने कई बार उत्तर प्रदेश पहुंचे थे पेरियार

उपलब्ध विवरण के अनुसार रामासामी ई वी नायकर पेरियार उत्तर प्रदेश में 1944, 1959 तथा 1968 में आए थे। 1944…

द्रविड़ आंदोलन को शक की निगाह से क्यों देखते थे डा. अंबेडकर

इस समय पूरे देश में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म के बारे…

आदिवासियों को वनवासी कह कर उनके हिंदूकरण का अभियान चला रहा है आरएसएस

यह सर्वविदित है कि आरएसएस हमेशा से आदिवासियों को आदिवासी न कह कर वनवासी कहता है। इसके पीछे बहुत बड़ी चाल है…

बजट 2023: कॉर्पोरेट को फायदा और आम जनता के लिए सिर्फ वायदा

लखनऊ। 2023 के आम बजट ने एक बार फिर से पुष्टि की है कि मोदी सरकार सप्लाई साइड इकोनॉमी यानी…

नये रेडिकल विकल्प की तलाश में है बहुजन राजनीति

डा. अंबेडकर दलित राजनीति के जनक माने जाते हैं। उन्होंने ही गोलमेज कांफ्रेंसों में दलितों को राजनीतिक अधिकार दिए जाने…

अधिकार और कर्तव्य: ‘पीएम मोदी को इतनी चिंता किस बात की…’

पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री द्वारा कही गई दो बातों ने मुझे चिंतित कर दिया। दोनों एक भाषण में थे जो उन्होंने…