Author: विक्रम सिंह
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उत्तर प्रदेश में रोजगार की कब्र पर बनते मंदिर
नरेन्द्र मोदी की सरकार के एक बेहूदा निर्णय ने देश के नौजवानों को सड़कों पर आंदोलन के लिए मज़बूत कर दिया है। केंद्र सरकार के सेना में अग्निपथ योजना के जरिये चार सालों के लिए भर्ती के निर्णय के खिलाफ देश भर में आंदोलन हो रहे हैं। स्वस्फूर्तता फूट पड़े इन विरोध प्रदर्शनों में बड़ी…
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किसान आंदोलन को मुस्तैदी से करनी होगी अपनी ‘जीत’ की रक्षा
हमारे देश में एक बहुत ही प्रचलित कहावत है “चोर चोरी से जाए पर हेरा फेरी से नहीं”। ऐसा ही कुछ हाल केंद्र में भाजपा सरकार का है। हालाँकि सरकार की कारगुज़ारी इस कहावत से कहीं गहरी, सोची समझी और योजनाबद्ध है, केवल आदतन नहीं है। कॉर्पोरेट और पूंजीपतियों के लिए नीतियां बनाना सरकार की…
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मेरिट की सामंती अवधारणा के खिलाफ है नीट पर सर्वोच्च न्यायालय का फैसला
आज के दौर में मेरिट के नाम पर आरक्षण पर चौतरफा हमला हो रहा है और मेरिट की सामंती व्याख्या की जाती है जिसमें छात्रों के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक पृष्ठभूमि को जानबूझ कर नज़रअंदाज किया जाता है। ब्राह्मणवादी लोग बड़ी कुशलता से उत्तर आधुनिकतावाद के हथकंडे अपनाते हुए मेरिट को केवल किसी एक पोस्ट…
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आजादी के 70 साल बाद भी आबादी के बड़े हिस्से को नसीब नहीं हो पाया एक अदद आशियाना
आधी रात के समय बिहार के समस्तीपुर जिले की भागपुरा पंचायत के एक गांव चटोली के तालाब के पास कुछ पचास लोग बड़ी ही व्याकुलता और चिंता के साथ चर्चा कर रहे थे। वह यहाँ इकट्ठे हुए थे अपने सर की छत जो चाहे कच्ची थी उसको बचाने के लिए। तालाब के पास घुप अंधेरे…
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किसान आंदोलन ने संसद को आवारा होने से रोक दिया
The Farm Laws Repeal Bill, 2021 के लोकसभा में पास होने के साथ ही कल देश के संसद में इतिहास बन गया, जब देश की सरकार को अपने बनाये गए तीन कृषि कानून वापस लेने के लिए मज़बूर होना पड़ा। जी हां, यह बिल लोकसभा में बिना किसी चर्चा के पास हो गया, वो भी…
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जीत के जोश में भी बरकरार है मोर्चे का होश
आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब तीन कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की तो आंदोलकारी किसानों के चेहरे विश्वास और ख़ुशी से चमक उठे। पिछले एक वर्ष से अनगिनत विपदाओं, भीषण सर्दी, गर्मी और अब फिर सर्दी के चक्र से मुकाबले और मीडिया व सोशल मीडिया में दुष्प्रचार की पीड़ा, अपने अनेकों साथियों…
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जीवन देने वाले मनरेगा को मोदी ने सचमुच में बना दिया स्मारक
केंद्र सरकार की नीतियां आपराधिक तरीके से ग्रामीण भारत में लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं और यह कोई नीतिगत भटकाव नहीं है बल्कि सरकार की प्राथमिकता का प्रश्न है। हो सकता है बहुत से पाठकों को उपरोक्त पंक्तियां कठोर या पक्षपाती लगें लेकिन इस बात को उजागर करने के लये पिछले दिनों…