शिमला में जिला परिषद की सदस्य कविता कंटू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पेड़ से लटका मिला शव

शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के झाकड़ी वार्ड से जिला परिषद सदस्य कविता कंटू का शव शहर के समरहिल इलाके में पेड़ से लटका मिला है। 26 वर्षीय कविता रामपुर के गांव मझौली की रहने वाली थी और समरहिल के सांगटी क्षेत्र में एक किराये के कमरे में रहती थी। 

एक टीवी चैनल को मिली जानकारी के अनुसार कविता जिस घर में किराए के कमरे में रहती थीं, उस कमरे की दीवार पर एक चिट भी मिला है। इस चिट पर अंग्रेजी में कविता ने कुछ लिखा है। बताया जा रहा है कि हैंडराइटिंग कविता की ही है। इसे कथित तौर पर सुसाइड चिट माना जा रहा है लेकिन इसका पता जांच के बाद और तथ्यों के आधार पर ही चल पाएगा। जिस तरह से कविता का शव पेड़ पर दुपट्टे से लटका मिला, उसे देखकर कोई भी यकीन नहीं कर पा रहा है कि यहां पर सुसाइड किया गया हो। लाश पेड़ की छोटी टहनी से लटकी हुई थी और दोनों टांगों का अधिकतर भाग जमीन को छू रहा था।

मौके पर माकपा नेताओं के अलावा कविता के परिचित, एसएफआई, एनएसयूआई और एबीवीपी के छात्र नेताओं के अलावा काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। ये सवाल उठ रहे हैं कि कविता के घुटने जमीन के साथ लग रहे थे। ऊंचाई इतनी नहीं थी कि सुसाइड किया जा सके। कविता के कमरे में जो चिट मिला है, उसे पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। कविता की डायरी, सोने की चेन और कुछ जरूरी दस्तावेजों को भी कब्जे में लिया गया है। एसपी ने घटना स्थल और कविता के कमरे का जायजा लिया, मौके पर कुछ लोगों से बातचीत की है और पूछताछ भी की है।

कविता कंटू सीपीआईएम समर्थित उम्मीदवार थी जो 13 वोटों से जीती थी। कविता को 4561 वोट मिले। कविता बीजेपी और कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर देते हुए झाकड़ी वार्ड नंबर-2 से जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुई थीं। शिमला एसपी मोनिका ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 26 साल की युवती की डेडबॉडी पेड़ पर लटकी हुई मिली है। फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। एसपी ने कहा कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है कि यह आत्महत्या है या कुछ और। एसपी घटना के बाद मौके पर दल बल के साथ पहुंची थी। कविता के घर के पास रहने वाली एक युवती ने बताया कि कविता को आज सुबह ही उन्होंने सोमवार सुबह ही 10 बजे खाना दिया था। वहीं, युवती ने कविता की मन:स्थिति को लेकर कहा कि वह बिल्कुल ठीक थी और उसे देखकर ऐसा नहीं लगता है कि वह खुदकुशी कर सकती है। वहीं एक महिला ने भी बताया कि जहां पर लाश लटकी हुई थी, उसे देखकर नहीं लगता कि उसने सुसाइड किया है।

जबकि जिला परिषद की सदस्य कविता कांटू के कथित सुसाइड केस में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अहम बात सामने आई हैं। कविता की गर्दन टूटने से मौत हुई है। ऐसे में माना जा रहा है कि उसने आत्महत्या ही किया है। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी जांच की जा रही है। आईजीएमसी में शव का पोस्टमार्टम हुआ है।

एमएलए विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि रामपुर बुशरहर झाकड़ी वार्ड से जिला परिषद सदस्य कविता कंटू की पिछले कल संदिग्ध परिस्थिति में हुई मृत्यु से हम स्तब्ध हैं। इनकी मृत्यु के कारण की पुलिस विभाग को सही तरीके से तफ्तीश कर सच्चाई तक पहुँचना बहुत महत्वपूर्ण है। इस विषय पर हम पुलिस महानिदेशक से बात कर SIT का गठन करने का निवेदन करेंगे। दरअसल, कविता विक्रमादित्य के गृहक्षेत्र रामपुर से ही थी।

दरअसल, पूरे मामले में किसी को विश्वास नहीं हो रहा है कि कविता सुसाइड कर सकती है। वहीं, उसकी ब़ॉडी की पेड़ से लटकी हुई फोटो भी वायरल हुई है। फोटो में कविता के शरीर का आधा हिस्सा जमीन से लगा हुआ है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि उसके शरीर और जमीन में दूरी कम थी तो उसने फंदा कैसे लगाया? कविता सीपीआईएम की समर्थित जिला परिषद सदस्य थी। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने उनके निधन पर शोक जताया और कहा कि तुम्हें विदाई देना काफी मुश्किल है, डियर कविता। मार्क्सवादी हमेशा मुश्किलों से लड़ते हैं। संसार में दोबारा जन्म नहीं होता है।

(जनचौक ब्यूरो की रिपोर्ट।)

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