नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और खासकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने मणिपुर में भारत की हत्या की है। उसने भारत माता की हत्या की है। पीएम मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि मोदी जी को भारत की आवाज नहीं सुनाई देती है। उनको भारत के लोगों का दर्द नहीं दिखता है। उन्हें सिर्फ दो लोगों की आवाज सुनाई देती है। बाकायदा नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें सिर्फ और सिर्फ अडानी और अंबानी की आवाज सुनायी देती है। इस पर सत्ता पक्ष ने जबर्दस्त हंगामा किया। यहां तक कि स्पीकर तक ने दखल दिया और कहा कि उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए।
यह सिलसिला यहीं नहीं रुका उन्होंने कहा कि जनता की आवाज वही सुन सकता है जिसके भीतर से अहंकार खत्म हो गया हो। जनता का दुख और दर्द महसूस करने लिए अपना अहंकार छोड़ना पड़ेगा। राहुल गांधी की आक्रामकता आज देखने लायक थी। उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो रहा है वह भारत माता की हत्या है। इन्होंने हमारी मां को मारा है। ये भारत माता के हत्यारे हैं। अगर सरकार चाहती तो देश की सेना इतनी सक्षम है कि एक दिन के भीतर हिंसा रुक सकती थी। लेकिन केंद्र सरकार ने ऐसा चाहा ही नहीं। पीएम मोदी एक बार भी मणिपुर जाने की जहमत नहीं उठाए। वह मणिपुर को भारत मानते ही नहीं।
उन्होंने आखिर में अपने हमले को न केवल धारदार बनाया बल्कि और तेज कर दिया। उन्होंने सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि रावण किसी की नहीं सुनता था। वह सिर्फ दो लोगों की सुनता था। पहला मेघनाद दूसरा कुंभकर्ण। और लंका हनुमान ने नहीं जलायी थी। लंका रावण ने जलायी थी। उसके अहंकार ने जलाया था। राहुल गांधी के पूरे भाषण के दौरान सत्ता पक्ष हंगामा करता रहा। उसके सदस्य लगातार अपनी मेजों पर खड़े रहे। यहां तक कि मंत्री भी हंगामे में शामिल रहे। बीच में केंद्रीय मंत्री किरन रिजीजू खड़े हुए और उन्होंने राहुल गांधी के भाषण का प्रतिवाद करते हुए कहा कि उत्तर-पूर्व को बीजेपी नहीं कांग्रेस ने जलाया है। उन्होंने सत्ता पक्ष को देशद्रोही करार दिया। उन्होंने कहा कि आपको राष्ट्र से प्रेम नहीं है।
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत अपनी भारत जोड़ो यात्रा से की। उन्होंने उसके अनुभव साझा करते हुए कहा कि मुझसे मिलने आने वाले भले ही भीड़ की शक्ल में होते थे। लेकिन उनकी एक-एक आवाज मुझे सुनाई देती थी। उनका दर्द मेरे कानों तक पहुंचता था। उनकी पीड़ा मुझे एहसास दिलाती थी। और यही सामूहिक आवाज ही भारत है। यही भारत माता है। इस आवाज को वही सुन सकता है जिसने अपना अहंकार छोड़ दिया हो। मुझे यह आवाज बिल्कुल साफ-साफ सुनाई देती है। लेकिन पीएम मोदी को यह आवाज नहीं सुनायी देती है।
मणिपुर के दौरे के अपने अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि मुझसे मिलने कई महिलाएं आयीं थी लेकिन उनमें से मैं केवल दो के ही अनुभव साझा करता हूं। उन्होंने कहा कि एक महिला आयी मैंने उससे पूछा आखिर क्या हुआ। उसने बताया कि मेरे सामने ही मेरे बेटे को गोली मार दी गयी। और मैं देखती रही। उसने कहा कि वह रात भर अपने बेटे की लाश के साथ सोयी रही। और अगले दिन उसे डर लग रहा था लिहाजा वह अपना घर छोड़कर भाग आयी। घर से भागते समय मेरे पास सिर्फ अपने पहने कपड़े थे। इसके अलावा मैंने कोई सामान नहीं लिया था। इस पर सत्ता पक्ष के एक सदस्य ने कहा कि यह झूठ है। इस पर राहुल गांधी ने कहा कि झूठ आप बोलते हो मैं नहीं। इसी तरह के एक दूसरे अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि एक महिला आयी वह बाकायदा कांप रही थी। मैंने पूछा क्या हुआ। ऐसा पूछते ही वह मेरे सामने बेहोश होकर गिर पड़ी।
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