बस्तर। छत्तीसगढ़ में पहले चरण के चुनाव के लिए राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के कई बड़े नेता राज्य का ताबड़तोड़ दौरा कर रहे हैं। बस्तर की 12 सीटों की जनता को लुभाने के लिए भाजपा और कांग्रेस से शीर्ष नेता लगातार रैलियां कर रहे हैं।
इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जगलदपुर विधानसभा सीट पर रैली करने पहुंचे। मतदान से मात्र तीन दिन पहले हुई इस रैली में बड़ी संख्या में लोग आए। अपने भाषण में राहुल गांधी ने भाजपा पर प्रहार करने के साथ-साथ कांग्रेस की नीतियों की भी चर्चा की।
आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के नाते राहुल गांधी ने अपने भाषण के केंद्र में आदिवासियों के मुद्दों को रखा।
आदिवासियों को जानवर समझते हैं बीजेपी नेता
राहुल गांधी ने भाषण की शुरुआत ही आदिवासी अस्मिता के साथ की। उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए मध्य प्रदेश के सीधी कांड का जिक्र किया, जहां भाजपा के एक नेता ने आदिवासी पर पेशाब कर दिया था।
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के नेता पहले आदिवासी शख्स पर पेशाब करते हैं, फिर उसका वीडियो वायरल करते हैं। इनकी मानसिकता का यहीं से पता चलता है कि ये आदिवासियों को क्या समझते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी आदिवासियों को वनवासी कहते हैं। यह भाजपा और आरएसएस द्वारा गढ़ा गया शब्द है। उन्होंने कहा बीजेपी के लोग आदिवासियों को वनवासी कहकर और उन पर पेशाब करके उनको जानवर समझ रहे हैं।
आदिवासी क्रांतिकारी शब्द
राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी एक क्रांतिकारी शब्द है। आदिवासी का मतलब है इस देश का मूलनिवासी। जिसका जल, जंगल, जमीन पर पहला हक है। भाजपा के लोग वनवासी शब्द का इस्तेमाल कर इनसे जल, जंगल, जमीन का अधिकार छीनना चाहते हैं। ताकि इन संसाधनों पर कब्जा किया जा सके। लेकिन कांग्रेस इस तरह के व्यवहार को स्वीकार नहीं करती है। उन्होंने कहा कि हमने पीएम मोदी द्वारा अडानी को दी गई जमीन को जनता को वापस कर दी है।

रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा आपकी जमीन छीनना चाहती है। लेकिन कांग्रेस ने आदिवासी भाई-बहनों के लिए ट्राइबल बिल, पेसा कानून और जमीन अधिग्रहण बिल लाया है।
पीएम मोदी और अडानी पर बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि ये आदिवासियों की जमीन लेना चाहते हैं। पीएम मोदी ने अपने मित्र अडानी की आयरन ओर की खदान खोलने की अनुमति दी है। इनकी नजर आदिवासियों की जमीन पर है।
जमीन बचाने के लिए गोली खा रहे आदिवासी
राहुल गांधी ने कहा कि आदिवासी जमीन को बचाने के लिए गोली खा रहे हैं और इसका पैसा अमेरिका और जापान को जा रहा है। भाजपा के नेताओं को इनसे फायदा हो रहा है। गरीब आदिवासी किसान अपनी जमीन को बचाने के लिए आंदोलन करता है, तो पुलिस उन पर गोली चला रही है।
उन्होंने कहा कि इस वक्त देश में जाति गणना की मांग उठ रही है। कांग्रेस भी इसका समर्थन कर रही है। जगदलपुर में राहुल गांधी ने सीधे तौर पर इसका जिक्र नहीं किया।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अब कह रहे हैं कि देश की एक ही जाति है, गरीबी की। यहां देश में दलित, आदिवासी और ओबीसी पर लगातार अत्याचार हो रहा है। अगर पूरे देश की एक जाति है तो पीएम खुद को ओबीसी क्यों कहते हैं। इनके अनुसार देश में न दलित है, न पिछड़ा और न आदिवासी है। जबकि हम सब जानते हैं आदिवासी भाषा, संस्कृति और इतिहास है।
हिंदी, अंग्रेजी, छत्तीसगढ़ी, अंग्रेजी पढ़ें
भाषा और शिक्षा का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा कहती है कि हिंदी पढ़ाओ, लेकिन हम कहते हैं आप हिंदी, अंग्रेजी, छत्तीसगढ़ी सब पढ़ें। बस्तर में आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले गए हैं ताकि आदिवासियों के बच्चे अंग्रेजी पढ़ें और नौकरियां करें। यहां तक कि अंग्रेजी में पढ़कर कोई आदिवासी बच्चा अमेरिका में बिजनेस कर पाए। उन्हें अंग्रेजी आएगी तभी तो वह आगे बढ़ पाएंगे।

राहुल ने कहा कि लेकिन भाजपा ऐसा नहीं चाहती है। अगर आदिवासी बच्चे पढ़ जाएंगे तो उनके बच्चों का क्या होगा। इसलिए वो इन्हें पिछड़ा रहने देना चाहते हैं।
इसके साथ ही राहुल ने कहा कि कांग्रेस ने जगदलपुर में भाजपा के समय से बंद 300 स्कूलों को खोला है। ताकि बच्चे पढ़े और आगे बढ़ें।
वनवासी कह कर आदिवासियों का अपमान
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा ने वनवासी कह कर आदिवासियों का अपमान किया है। ये चाहते हैं कि इनके जल, जंगल, जमीन छीन लिए जाएं और आदिवासी शहर में जाकर काम करें।
जनता से संवाद करते हुए राहुल गांधी ने जीएसटी और काले धाने का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या आप लोगों को 15 लाख मिले? क्या जीएसटी से किसी गांव वाले का भला हुआ? उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने किसान भाई-बहनों को गांव में ही रहने देने का इंतजाम किया है।
छत्तीसगढ़ में बढ़ी बैंक खोलने की मांग
राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ का किसान 2500 रुपये में धान बेच रहा था। हमने किसानों से बिना पूछे ही इसका मूल्य 2640 कर दिया। कर्ज माफ कर दिया। अब किसान के पास पैसा बच रहा है। वह गांव की दुकानों से सामान खरीदता है। इससे छोटे दुकानदार भी खुश हैं और उनका भी काम चल रहा है। कांग्रेस ने इस तरह से जनता तक पैसा पहुंचाया है।
उन्होंने कहा कि आज लोगों के पास पैसे हैं, इसलिए छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा बैंक खोलने की मांग है। किसान आज पैसे को बैंक में रखना चाहते हैं। यह हमारी सरकार द्वारा किए गए काम का नतीजा है।
(बस्तर से पूनम मसीह की ग्राउंड रिपोर्ट।)