वाराणसी। ‘न्याय के दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह’ आज 21वें दिन सर्वधर्म प्रार्थना के साथ प्रवेश कर गया। आज के सत्याग्रह पर कर्नाटक के मैसूर जिले के 73 वर्षीय कुन्दनहल्ली शिवन्ना सर्वोदयी कार्यकर्ता उपवास पर बैठे हैं। वे जिला सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष भी हैं।
आरटीआई कार्यकर्ता शिवन्ना लगातार याचिकाओं और राज्य सरकार के कार्यालयों में फॉलोअप करके अपने छोटे से गांव के लिए कई काम करवाए हैं। उन्होंने अपने लिए और कुन्दनहल्ली में कई बेघरों के लिए जनता घर भी बनवाए।
एक बार उन्होंने भारत के राष्ट्रपति के पास निवेदन किया और अपने गांव तक सड़क का काम करवाया। वे एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
सत्याग्रह स्थल से प्रतिनिधियों ने सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी को दुर्भाग्यजनक बताते हुए निंदा की गई। सोनम वांगचुक लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से संघर्ष कर रहे हैं। इसी क्रम में वे लद्दाख में उपवास भी कर चुके हैं और अब वे पदयात्रा कर दिल्ली पहुंचने वाले थे। लेकिन सरकार ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
उनकी गिरफ्तारी न केवल शर्मनाक है बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है। किसी भी व्यक्ति या समूह को शांतिपूर्ण तरीके से अपने विचार व्यक्त करने या प्रदर्शन करने का मौलिक अधिकार है। इसे कोई भी सरकार छीन नहीं सकती।
सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल ने बताया कि आगामी कल 2 अक्टूबर, गांधी जयंती के अवसर पर एक समावेश आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोक समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष गिरजा सतीश एवं लोकतांत्रिक राष्ट्र निर्माण अभियान के संयोजक प्रोफेसर आनंद कुमार के अलावा बनारस के सामाजिक कार्यकर्ताओं की भी भागीदारी होगी।
आज के सत्याग्रह में सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष चंदन पाल, प्रबंधक ट्रस्टी शेख हुसैन, लेखक संदीप जोशी, सिद्धेश्वर प्रसाद, जागृति राही, विद्याधर, अरविंद अंजुम, मिर्जापुर फोरम के महेंद्र, महिला चेतना समिति की पूनम, शर्मिला देवी, नंदलाल मास्टर, लोक समिति के शिवजी सिंह, नरेंद्र, अशोक भारत, सुरेश, बिहार प्रदेश सर्वोदय मंडल के अध्यक्ष सतनारायण प्रसाद आदि शामिल हुए।
(प्रेस विज्ञप्ति)
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