वाराणसी: दबंगों की बस पर सरकार का बस नहीं, ड्राइवर को पीटते रहे और लोग तमाशबीन बने रहे‌ 

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वाराणसी। प्रदेश सरकार की गुंडई पर काबू पाने की सरकारी दावों की हवा लबे सड़क पर दबंग निकालते दिखे। उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बस ड्राइवर को दबंग डग्गामार बस चलाने वाले ने इसलिए पीटा कि बस ड्राइवर ने अपने आगे चल रही बस से आगे निकलने की कोशिश की। बनारस से इलाहाबाद जा रहे उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस ( UP 65 CT 7971) को दबंगों ने शनिवार की शाम लबे सड़क रोक कर ड्राइवर को कई थप्पड़ मारे, जी भर के गालियां दीं सड़क पर दबंग गुंडई करते रहे। फिल्मी गुडंई चलती रही लेकिन पुलिस नहीं दिखी। सरकारी बस के ड्राइवर की खता बस इतनी थी कि उसने अपने आगे चल रही डग्गामार बस से आगे निकलने की कोशिश की। 

बस में सवार यात्रियों के अनुसार बनारस कैन्ट सरकारी बस डिपो से जब वो बस में सवार हुए तो डग्गामार बस के संचालक ने अपनी बस( Up 55 CT 2895) को आगे खड़ा कर दिया और सवारी बैठाने लगा। कई बार बस हटाने को कहने पर भी बस को हटाया नहीं। उल्टे धमकी देता रहा‌‌। ‌बस प्रयागराज के लिए चली तो डग्गामार बस आगे हो ली। लहरतारा पुल पार कर जैसे ही बस बाईपास पहुंची तो बस को लबे सड़क रोककर ही ड्राइवर को पीट दिया। गुंडई का नजारा लोग देखते रहे ड्राइवर पीटता रहा। (देखें वीडियो)

कहने में गुरेज नहीं कि सैकड़ों की संख्या में मानकों की धज्जियां उड़ाते हुए यात्रियों के लिए जानलेवा डग्गामार अनफिट बसें सड़कों पर फर्राटा भर रही हैं। ये बसें न तो यात्रा के लिए उपयोगी और सुरक्षित हैं न ही पर्यावरण के लिए। इनके संचालकों की दबंगई के आगे प्रशासनिक अमला नतमस्तक है। इनकी मनमानी और गुंडई का आलम यह है कि ये सड़कों पर जहां -तहां अपनी बसें खड़ी कर उसमें सवारी ठूंसते हैं। शायद ही कभी कोई इनकी चेकिंग होती हो। वैसे तो सरकारी डिपो के आस-पास इनके रुकने और खड़ा करने को लेकर पाबंदी है पर इनके जबरियापन के आगे किसी की नहीं चलती। दरअसल इसके पीछे लाखों की अवैध कमाई है जिसमें पुलिस से लेकर आरटीओ तक शामिल हैं। अपनी कमाई का हिस्सा लेकर सब ख़ामोश हो जाते हैं इसलिए इन पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती। इन्हें मनमानी करने का परमिट इसी व्यवस्था ने दिया हुआ है इसीलिए  इनकी गुंडई सब पर भारी है और मार खाना सरकारी ड्राइवर की लाचारी ‌है।

   (वाराणसी से भास्कर गुहा नियोगी की रिपोर्ट।)

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