Tag: कॉरपोरेट
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लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के सवाल पर बिहार में शुरू हुई शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा
बिहार में ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा शुरू की गई। यह यात्रा ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी का संदेश, बहुजन हो एक’ और ‘ब्राह्मणवादी-पूंजीवादी हमले के खिलाफ संघर्ष करो तेज’ के आह्वान के साथ गांव-गांव तक शहीद जगदेव प्रसाद और कर्पूरी ठाकुर के विचारों और विरासत पर चर्चा के साथ किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों, मजदूर विरोधी चार श्रम…
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बजट में भी दिखी किसानों के प्रति सरकार की बेरुखी
इस वर्ष का आम बजट वह अवसर था जब आंदोलित किसान यह आकलन कर सकते थे कि सरकार क्या वास्तव में उनकी मांगों को लेकर गंभीर है? आम जन भी यह मूल्यांकन कर सकते थे कि सरकार के मंत्रियों और प्रवक्ताओं द्वारा मीडिया में बार-बार किया जाने वाला यह दावा कि उनकी सरकार स्वतंत्र भारत…
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किसान आंदोलनः हिंदुत्व के महाख्वाब से बाहर आकर अपनी जड़ों की तरफ लौटने को तत्पर गांव
हां, दिल के करीब है खेती-किसानी। और, दिमाग के? ढेरों सवाल उमड़ पड़ते हैं। खेती करना घाटे का सौदा है; यहां तो बस जिंदगी थमी सी रहती है; काम करते जाओ बैल की तरह और बस उस जैसा ही हो जाओ! फिर भी किसान जमीन से चिपटा हुआ है। छोड़ ही नहीं पा रहा है।…
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बजटः बढ़ेगी आदिवासियों की बेदखली- किसान सभा
रायपुर। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने केंद्र सरकार द्वारा पेश बजट को कृषि व्यापार करने वाली कंपनियों को मुनाफा पहुंचाने वाला, किसान विरोधी, आदिवासी विरोधी और कॉर्पोरेटपरस्त बजट करार दिया है। सभा ने कहा कि बजट प्रावधानों से देश में कृषि संकट बढ़ने के साथ ही किसानों और आदिवासियों की बेदखली भी बड़ी तेजी से बढ़ेगी।…
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बजटः मिडिल क्लास, छोटे कारोबारियों के हाथ खाली, कॉरपोरेट की जेब भरने का पूरा इंतजाम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दावा किया था कि इस बार जो बजट पेश होगा, वैसा पिछले सौ साल में भी नहीं आया होगा। यह सदी का सबसे अच्छा बजट होगा, जो लोग इस उम्मीद में उनका एक घंटा 50 मिनट का बजट भाषण सुनते रहे वह बेहद निराश हुए। वास्तव में इस बजट में…
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किसान रैलीः राजधानी की बंजर होती जमीन पर लोकतंत्र की खेती
छिटपुट हिंसा की घटनाओं और लाल किले पर तिंरगा के नीचे किसानों तथा सिख समुदाय से जुड़े झंडे लहराने की घटना ने किसानों की ट्रैक्टर रैली की ऐतिहासिक भूमिका से लोगों का ध्यान हटा दिया है। सामने आए तथ्यों से साफ हो गया है कि दिल्ली के भीतर रैली करने की आम किसानों की इच्छा…
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भारत के किसानों के लिए कयामत साबित होगा बिल गेट्स का ‘कयामत का बीज बैंक’
बिल गेट्स दुनिया के सबसे बड़े किसानों में से एक हैं। बिल गेट्स अमेरिका में खेती योग्य जमीनों के सबसे बड़े मालिक हैं। यह आपको मालूम चल ही गया होगा, लेकिन आपको यह नहीं मालूम होगा कि 21वीं शताब्दी में बिल गेट्स का इरादा सिर्फ खेती करना नहीं है। उनका इरादा कृषि को एक तरह…
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किसान आंदोलन यानी आत्मनिर्भरता की असली लड़ाई
किसान संगठनों का कहना है कि तीन कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी प्रदान करने से भारत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत आम लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के जरिए पांच किलोग्राम के बजाय 15 किलोग्राम अनाज दे सकेगा, जबकि सरकार ने कहा है कि वो…