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शैबाल गुप्ताः बिहार के पिछड़ेपन से युद्ध
पटना का शोध संस्थान आद्री इतना बड़ा हो चुका है कि उसके संस्थापक शैबाल गुप्ता के निधन से बिहार के बौद्धिक जगत में खालीपन महसूस किया जाना स्वाभाविक है। मुझे इस संस्थान के जन्म की उस घटना की याद...
संस्कृति-समाज
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दिल्ली के बहादुर शाह जफ़र मार्ग पर जो एक्सप्रेस बिल्डिंग है, वह रामनाथ गोयनका की बनवाई हुई है। देश की राजनीति पर इस बिल्डिंग का कितना असर रहा है यह जानेमाने पत्रकार कुलदीप नैयर ने भी अपनी आत्मकथा में...
संस्कृति-समाज
प्रभाष जोशी ने कहा था- आने वाले कई वर्ष प्रतिक्रियावादी छद्म और संकीर्ण हिंदुत्व के साल होंगे
आधुनिक हिंदी पत्रकारिता को नई दिशा, भाषा और तेवर प्रदान करने वाले चर्चित पत्रकार, सामाजिक-राजनीतिक चिंतक प्रभाष जोशी की आज 5 नवंबर को पुण्यतिथि है। प्रभाष जोशी का शुमार उन संपादकों में होता है, जिन्होंने हिंदी के पत्रकारों को...
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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर
धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...
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