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संस्कृति-समाज
किताब ‘कैदखाने का आईना’: जेल में भ्रष्टाचार ही सिस्टम है
Janchowk -
स्वतंत्र पत्रकार और लेखक रूपेश कुमार सिंह 7 जून, 2019 से 5 दिसंबर, 2019 तक बिहार की दो जेलों में छह महीने तक काला कानून ‘यूएपीए’ के तहत कैद थे। 6 दिसंम्बर, 2019 को ये जमानत पर बाहर निकल...
ज़रूरी ख़बर
भगत सिंह के प्रिय दार्शनिक-चिंतक और साहित्यकार
अरे! बेकार की नफरत के लिए नहीं,न सम्मान के लिए, न ही अपनी पीठ पर शाबासी के लिएबल्कि लक्ष्य की महिमा के लिए,किया जो तुमने भुलाया नहीं जाएगा
साढ़े तेईस वर्ष की उम्र में 23 मार्च 1931 को फांसी पर...
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प्रधानमंत्री की भाषा: सोच और मानसिकता का स्तर
धरती पर भाषा और लिपियां सभ्यता के प्राचीन आविष्कारों में से एक है। भाषा का विकास दरअसल सभ्यता का...
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