डॉ. आंबेडकर ने अपनी किताब ‘प्राचीन भारत में क्रांति और प्रतिक्रांति’ में भारत के इतिहास को क्रांतियों और प्रतिक्रांतियों के इतिहास के रूप में चिन्हित किया है। वे बहुजन-श्रमण परंपरा को क्रांतिकारी परंपरा के रूप में रेखांकित करते हैं,...
नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के साउथ कैंपस के आर्यभट्ट कॉलेज में दो दिनों तक देश भर से आए दलित साहित्यकारों, चिंतकों, फिल्मकारों और लोक कलाकारों ने दलित साहित्य-संस्कृति पर चिंतन मनन किया। 3-4 फरवरी को आयोजित इस कार्यक्रम के...
“अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे के नाम पर 8 गांवों को उजाड़ने के खिलाफ 96 दिनों से चल रहा खिरिया बाग आंदोलन और उसको पूरे देश से मिल रहे समर्थन से मोदी-योगी की सरकार बौखला गई है, क्योंकि यह...
खिरियाबाग, आज़मगढ़। आज़मगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के रनवे के लिए आठ गांवों को उजाड़ने के विरोध में करीब तीन महीने से चल रहा खिरिया बाग आंदोलन अपनी अंतिम परिणति में सफल होगा या असफल यह अभी भविष्य के गर्भ...
खिरियाबाग, आज़मगढ़। हर जनांदोलन की तरह खिरिया बाग (आज़मगढ़) जनांदोलन भी सामूहिक पहलकदमी पर टिका हुआ है, लेकिन इसके साथ ही कुछ ऐसी महिलाएं और पुरूष हैं, जो इस आंदोलन का चेहरा बन गए हैं। इनमें से एक 71...
खिरियाबाग, आजमगढ़। आज़मगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे के लिए आठ गांवों के लोगों का जो आंदोलन चल रहा है, उस आंदोलन की रीढ़ दलित महिलाएं हैं। 12 नवंबर के दिन और विशेषकर करीब 1 बजे रात पुलिस से...
खिरियाबाग, आजगमढ़। आज़मगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का रनवे बनाने के लिए 670 एकड़ जमीन अधिग्रहीत करने का निर्णय लिया गया है। इसके दायरे में आठ ग्राम सभाएं आ रही हैं। इन आठ ग्राम सभाओं में से चार ग्राम सभाएं पूरी...
खिरियाबाग (आज़मगढ़)। जिस किसी को यह अहसास न हो कि घर-दुवार उजाड़े जाने और खेती-बारी छीने जाने और किसी अनिश्चित-अनजान जगह पर फेंके जाने ( विस्थापित होने ) का भय कितना मारक होता है, कितना तोड़ देता है, किस...
‘पेरियार ई. वी. रामासामी, भारत के वॉल्टेयर’ किताब रूप में लेखक ओमप्रकाश कश्यप ने हिंदी पट्टी को एक बड़ी बौद्धिक पूंजी सौंपी है, जिसकी हिंदी पट्टी को बहुत जरूरत थी।
सामाजिक तौर पर हिंदी पट्टी भारत के सबसे पतनशील सांस्कृतिक-वैचारिक...
उनको डर लगता है
आशंका होती है
कि हम भी जब हुए भूत
घुग्घू या सियार बने
तो अभी तक यही व्यक्ति
ज़िंदा क्यों?
मुक्तिबोध
ऐसे समय में जब व्यक्तिगत ख्याति प्राप्त करने की चाह अधिकांश मध्यमवर्गीय बुद्धिजीवियों-नेताओं-पत्रकारों-साहित्याकारों में हिलोरे मार रही है, सब को...