एचआईवी सेवाएं मिलने के लिए जो ‘प्रवेश द्वार’ है वह एचआईवी टेस्ट है। भारत में हर 4 में से 1 एचआईवी के साथ जीवित व्यक्ति को यह पता ही नहीं है कि उसको एचआईवी संक्रमण है। एचआईवी सेल्फ-टेस्ट (आत्म-परीक्षण)-...
"जब वैज्ञानिक उपलब्धियों के कारण और सामुदायिक अनुभव से हम यह जानते हैं कि एचआईवी के साथ जीवित व्यक्ति कैसे सामान्य ज़िंदगी जी सकता है तो 2020 में 6.8 लाख लोग एड्स सम्बंधित रोगों से कैसे मृत हुए? कौन...
प्रकृति में हज़ारों लाखों की संख्या में जीवाणु और विषाणु हैं, जिनमें से कुछ लाभकारी हैं और अन्य बीमारी का कारक बनते हैं। यह बात महत्वपूर्ण है कि इन जीवाणुओं और विषाणुओं की क्षमता सीमित है यानि जो विषाणु...