हिंदुत्व, राष्ट्रवाद, विकास, सामाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता जैसे भारी भरकम और आसमानी मुद्दों के नीचे उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति एक बार फिर से जातियों की हकीकत पर आकर खड़ी हो गई है। इसलिए यह सवाल उठना लाजिमी...
“जैसे हम अपने बेटे के लिए तरस रहे हैं, कभी उसके बच्चे भी अपने बाप के लिए तरसेंगे” यह कहना है तीन अक्टूबर को लखीमपुर की घटना में शहीद हुए लवप्रीत की मां का।
एक कुर्सी पर बैठी लवप्रीत की...