विलियम शेक्सपीयर का मशहूर नाटक है रोमियो जूलियट। उसकी नायिका जूलियट नायक रोमियो से कहती है कि `नाम में क्या रखा है। हम गुलाब को गुलाब कहते हैं। लेकिन अगर हम उसे किसी और नाम से बुलाने लगें तो...
(वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरुण कुमार त्रिपाठी के संपादकत्व में 'आज के प्रश्न' श्रृंखला के तहत ‘लोकतंत्र: अतीत, वर्तमान और भविष्य’ शीर्षक से एक किताब प्रकाशित हुई है। किताब में तकरीबन 12 लेखकों के लेख शामिल किए गए हैं।...
हिन्दुस्तानियों के हित हेतु तथा उन्हें परावलंबन से मुक्ति दिलाकर स्वतंत्र दृष्टि प्रदान करने के निमित्त 30 मई 1826 को कलकत्ते के कोलू टोला नामक मुहल्ले के 37 नंबर आमड़ातल्ला गली के पते से युगल किशोर शुक्ल ने हिन्दी...
शीतला सिंह नहीं रहे। शीतला सिंह अमर हैं। 1947 के भारत विभाजन और फिर 1971 के पाकिस्तान विभाजन (कश्मीर इन्हीं दोनों के भीतर का विवाद है) के बाद इस उपमहाद्वीप के सबसे बड़े विवाद के केंद्र में खड़े होकर...
सरकारें आती जाती रहेंगी लेकिन ज्ञान के एक अनुशासन के रूप में इतिहास का विकास जिस अवस्था में पहुंच चुका है उसे रोका नहीं जा सकता। उसे किसी प्रकार का खतरा नहीं है। आज राजनीतिक एजेंडा के तहत इतिहास...
दिल्ली स्थित गांधी दर्शन और स्मृति नामक संस्थान ने अपनी पत्रिका `अंतिम जन’ का सावरकर विशेषांक निकाला है। एक तरफ इसका चारों ओर यह कहते हुए प्रचार किया जा रहा है कि इतिहास में गांधी से कम नहीं हैं...
सैंतालिस साल पहले भारत में लागू हुआ था आपातकाल। तब उसे लागू करने वाली सरकार ने 19 महीनों में ही हाथ खड़े कर दिए थे। कुछ लोग मानते हैं कि तब सरकार निश्चिंत हो गई थी कि देश की...
अयोध्या में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने जबर्दस्त रोड शो के दौरान कई महत्वपूर्ण एलान किए और देश की गंगा- यमुनी संस्कृति बचाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी...
हिंदुत्व, राष्ट्रवाद, विकास, सामाजिक न्याय और धर्म निरपेक्षता जैसे भारी भरकम और आसमानी मुद्दों के नीचे उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति एक बार फिर से जातियों की हकीकत पर आकर खड़ी हो गई है। इसलिए यह सवाल उठना लाजिमी...
अयोध्या शहर में भारतीय जनता पार्टी के कमल छाप झंडों की भरमार है और जगह-जगह पर हनुमान की आक्रामक मुद्रा वाले ध्वज भी फहरा रहे हैं, उसके बावजूद लगता है इस बार अयोध्या योगी आदित्यनाथ और भारतीय जनता पार्टी...