Sunday, June 11, 2023

Babu Jagdev Prasad

राजनैतिक हलवाही के खिलाफ

बाबू जगदेव प्रसाद जी का समय और समाज, दोनों जिन विडंबनाओं से गुजरे हैं और उन्होंने जिस वैचारिकी की नींव आजादी के बीस साल बाद ही रख दी, उनके निहितार्थ और प्रयोग के साधनों पर विमर्श किया जाना जरूरी...

शोषितों के आर्थिक सामाजिक विषमता को पाटे बिना राष्ट्र नहीं हो सकता : बाबू जगदेव प्रसाद

“दस का शासन नब्बे पर, नहीं चलेगा, नहीं चलेगा।” “सौ में नब्बे शोषित हैं, नब्बे भाग हमारा है” “धन-धरती और राजपाट में नब्बे भाग हमारा है।” तथा “मानववाद की क्या पहचान, ब्राह्मण भंगी एक समान” पुनर्जन्म और भाग्यवाद, इनसे जन्मा ब्राह्मणवाद”- जैसे समाजिक न्याय...

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योगेंद्र यादव के अनुरोध पर एनसीईआरटी ने पाठ्य पुस्तकों से उनका नाम हटाया

नई दिल्ली। एनसीईआरटी ने योगेन्द्र यादव के अनुरोध को स्वीकरते हुए राजनीति विज्ञान की पाठ्य पुस्तकों से उनका नाम...