Friday, April 19, 2024

Bihar

बिहार में एनडीए की क्यों नहीं पड़ रही है CAA-NRC को मुद्दा बनाने की हिम्मत!

19 अक्तूबर को पश्चिम बंगाल में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक मंच से बयान दिया कि “आप सभी को नागरिकता संसोधन कानून का लाभ मिलेगा। इसे संसद में पारित किया गया है। कोरोना महामारी के चलते इसके...

बगैर पैसे, मीडिया और संसाधन के नेताओं से मुकाबिल है एक प्रवासी दिहाड़ी मजदूर

‘हम लगातार देख सुन रहे थे किसी भी पार्टी ने हम प्रवासी मजदूरों की बात नहीं उठाई इसलिए मैं खुद चुनाव में खड़ा हो गया। एक प्रत्याशी के तौर पर मेरा सिर्फ एक ही एजेंडा है रोजगार। आखिर हम...

पाटलिपुत्र की जंग: जनता के निशाने पर सत्तारूढ़ नेता, जगह-जगह हो रहा है विरोध-प्रदर्शन

पटना। बिहार विधान सभा के पहले चरण का मतदान करीब आने से चुनाव प्रचार अब अपने शबाब पर है। इसके बीच बुधवार को बिहार के तीन क्षेत्रों में एनडीए के कार्यक्रमों के दौरान विरोध-प्रदर्शन ने सबको चौंका दिया। जिसका...

बिहार चुनाव के नाव में महागठबंधन की वामपंथी पतवार!

कोरोनावायरस महामारी के साथ लागू लॉकडाउन के बाद से भारत आर्थिक एवं सामाजिक तौर पर काफी कुछ बदल चुका है। 2020 की शुरुआती तिमाही में दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद यह पहली बार है कि एक बड़े राज्य में...

पाटलिपुत्र की जंग: भोजपुर जिले की तीन सीटों का गुणा-गणित

पहले चरण के तहत 28 अक्तूबर को बिहार की 71 सीटों पर चुनाव होना है। अब की बार चुनाव पार्टियों के प्रत्याशियों के बीच नहीं बल्कि तीन गठबंधनों के बीच है। हालांकि मुख्य मुकाबला दो गठबंधनों के बीच ही...

अवसरवाद से पासवान नहीं बन सके, दलितों के पासबान

भारत में दलित राजनीति का एक विशेष अर्थ है और इसके विस्तार का इतिहास अतीत तक जाता है। इसमें संत और राजनीतिज्ञ दोनों सम्मिलित हैं। दलित आंदोलन और राजनीति भारत के महत्वपूर्ण विषयों में से एक अतिमहत्वपूर्ण विषय है।...

पाटलिपुत्र की जंग: चुनावी राजनीति से अदृश्य होते दलित और दलित मुद्दे!

वंचित तबक़ों के लिए आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी बाबा साहेब आंबेडकर का सिद्धांत रहा है। मगर, वे सत्ता में हिस्सेदारी की बात करते थे। डॉ. आंबेडकर की इस बात से सीख लेते हुए दलित नेतृत्व और कार्यकर्ताओं ने अपनी...

साक्षात्कार: महागठबंधन के सरकार बनाने पर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर रहेगा जोर- दीपंकर भट्टाचार्य

पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रमुख घटक भाकपा (माले) ने सरकार बनने पर विकास योजनाओं को लेकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम तैयार करने पर जोर देगी। जिससे कि विकास कार्यक्रमों को प्राथमिकता के आधार पर लागू कराया...

बिहार चुनाव के बीच मोदी सरकार को चुनाव आचार संहिता से छूट क्यों मिली?

चुनाव आयोग, क्या सरकारी कर्मचारियों को मतदाता नहीं मानता? क्योंकि यदि सरकारी कर्मचारी भी मतदाता हैं तो चुनाव की घोषणा होने या आदर्श चुनाव संहिता के लागू होने के बाद इन्हें रिझाने या बहलाने के लिए किसी रियायत या...

पाटलिपुत्र की जंग: बिहार के नौजवानों का अपमानजनक पलायन और भूमि सुधार का प्रश्न?

बिहार में चुनावी माहौल गरम होता जा रहा है, एक से बढ़कर एक वादे किए जार रहे हैं, आरोपों-प्रत्यारोपों की बौछार हो रही है, विविध रूप-रंग के गठबंधन दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं, जाति-धर्म के आधार पर वोटों की...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।