बीजापुर, बस्तर। सोशल मीडिया के जमाने में किसी भी घटना को वायरल होने में समय नहीं लगता है। विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में आती तस्वीरें और वीडियो कब वायरल हो जाएं यह कोई नहीं जानता। कई बार कुछ तस्वीरें...
बस्तर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के एक गांव में हजारों ग्रामीणों ने सभा का आयोजन किया। इस सभा में साल 2005 में नागा बटालियन के जवानों की गोलियों से मारे गए 11 ग्रामीणों को इंसाफ दिलाने की मांग उठाई।...
बीजापुर। बीजापुर-दंतेवाड़ा जिले की सीमा पर वन क्षेत्र से घिरे पूमबाड (बड्डेपारा) गांव में आदिवसी ग्रामीण कथित 'आरपीजी' हमले की जांच की मांग को लेकर काफी आक्रोशित हैं। पूमबाड गांव बीजापुर जिले के बीजपुर ब्लाक के गंगालूर तहसील के...
अंगमपल्ली (बीजापुर)। विगत 17 मार्च, 2022 को छत्तीसगढ़ के दक्षिणी जिले बीजापुर के मद्देड़ थाना क्षेत्र के अंगमपल्ली गांव के रहने वाले पादरी यालम शंकर की धारदार हथियार से बेरहमी से हत्या की घटना के बाद पूरे इलाके में...
रायपुर। विगत 17 मार्च को छत्तीसगढ़ के दक्षिणी जिले बीजापुर के मद्देड़ थाना क्षेत्र के अंगमपल्ली गांव के रहने वाले यालम शंकर की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी। 50 वर्ष के शंकर पूर्व में गांव के मुखिया...
बीजापुर। जल-जंगल-जमीन बचाने की जो लड़ाई बस्तर के बीजापुर जिले के सिलगेर ग्राम से शुरू हुई थी अब उसकी चिंगारी पूरे बस्तर संभाग के सभी जिलों में फैल चुकी है। बुरजी, पूसनार, गंगालूर, गोमपाड़, बेचापाल, बेचाघाट, छोटे डोंगर, एमपुरम आदि...
शाहजी राजे भोंसले (1594-1664) 17वीं शताब्दी के एक सेनानायक और बीजापुर तथा गोलकुंडा के मध्य स्थित जागीर कोल्हापुर के जागीरदार थे। वे कभी एक सल्तनत का आधिपत्य मानते तो कभी दूसरे का। अंतत: 23 जनवरी, 1664 को शिकार खेलते...
बस्तर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके बेचापाल में भी अब पुलिस कैंप के विरोध में सैकड़ों ग्रामीण लामबंध हो गए हैं। बताया जा रहा है कि इस संवेदनशील इलाके में ग्रामीण 30 नंवबर से कैंप...
बेचापाल (बीजापुर)। सिलगेर, सारकेगुड़ा, एडसमेटा जैसे बड़े आंदोलन के बाद अब बेचापाल कैंप और सड़क निर्माण को लेकर हजारों ग्रामीण सड़कों पर उतर आए हैं। ये ग्रामीण लगातार 16 दिनों से आंदोलन कर कल हुर्रेपाल से लम्बी रैली निकालकर...
बस्तर। बीजापुर में सहायक आरक्षकों का आंदोलन अभी भी जारी है। बीजापुर पामेड़, कुटरू, फरसेगढ़, मिरतुर समेत करीब 10 थानों से 1000 जवान इस आंदोलन में शामिल हैं। नक्सल मोर्चे पर तैनात ये जवान अलग-अलग मांगों को लेकर आंदोलन...