निगरानी के बढ़ते चलन और इसे हमारे शक्तिशाली सरकारों द्वारा वैध बनाए जाने कोशिशों का सिलसिला जारी है जो कि हमारे…
खेती, जाति और पूंजीवाद-साम्राज्यवाद का सवाल !
पूरी दुनिया पूंजी-संचय के असमाधेय संकट में फंसी हुई है। बहुराष्ट्रीय तकनीकी-वित्तीय शार्कों के सामने वित्त और तकनीक निवेश का…