पुस्तक समीक्षा: झूठ की ज़ुबान पर बैठे दमनकारी तंत्र की अंतर्कथा
“मैं यहां महज़ कहानी पढ़ने नहीं आया था। इस शहर ने एक बेहतरीन कलाकार और प्रतिभाशाली रचनाकार को निगल लिया था। उसकी डायरी एक उत्कृष्ट [more…]
“मैं यहां महज़ कहानी पढ़ने नहीं आया था। इस शहर ने एक बेहतरीन कलाकार और प्रतिभाशाली रचनाकार को निगल लिया था। उसकी डायरी एक उत्कृष्ट [more…]
(इंडियन एक्सप्रेस में 9 जून को प्रकाशित सर्वे के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी आपदा के बाद अपने घरों को पलायन करने वाले श्रमिक दलित एवं [more…]
कोरोना की आपदा तो वैश्विक है, लेकिन इससे जिस तरह हमारे देश में निपटा जा रहा है, उसने मजदूरों की जिस दिल दहला देने वाली [more…]
भारत में कोरोना का रोग गरीब लेकर नहीं आए। रिक्शा चलाने वाले लोगों का इसमें कोई कसूर नहीं है। छोटे शहर हों या फिर गांव- [more…]
नई दिल्ली। आज वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने कोरोना वायरस से निपटने के क्रम में एक लाख सत्तर हज़ार करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की [more…]
प्रधानमंत्री के कल के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद यह बात स्पष्ट हो गयी है कि लोग अब मरने के लिए अभिशप्त हैं। बाहर [more…]