Tag: constitution

  • सीएम बघेल ने पीएम को चिट्ठी लिख सीएए को बताया संविधान विरोधी, कहा वापस हो कानून

    सीएम बघेल ने पीएम को चिट्ठी लिख सीएए को बताया संविधान विरोधी, कहा वापस हो कानून

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर सीएए को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने पत्र में सीएए को धर्म के आधार पर अवैध प्रवासियों में भेदभाव करने वाला और संविधान के अनुच्छेद 14 के विपरीत बताया है। मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य में…

  • इलाहाबाद में अधिवक्ता उतरे सीएए के प्रदर्शनकारियों के समर्थन में

    इलाहाबाद में अधिवक्ता उतरे सीएए के प्रदर्शनकारियों के समर्थन में

    इलाहाबाद के मंसूर पार्क में सीएए और एनआरसी के खिलाफ चल रहे धरना प्रदर्शन के समर्थन में अधिवक्ता भी आ गए हैं। धरने पर बैठे लोगों के खिलाफ करेली और खुल्दाबाद थाने ने दफा 149 के तहत नोटिस दिए जाने पर वकीलों ने सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह धरना किसी भी लिहाज़ से…

  • गहन अंधकार में एक-दूसरे का हाथ थामे उजास की ओर कदम बढ़ाने का समय

    गहन अंधकार में एक-दूसरे का हाथ थामे उजास की ओर कदम बढ़ाने का समय

    आज आपसे दिल की बात बताता हूं।हर इंसान जवानी में क्रांतिकारी होता है। फिर हर किसी की जिंदगी में जो आगे परिस्थितियां मिलती हैं, उसके अनुसार उसका जीवन व्यवस्थित होने लगता है। आज हममें से कई मित्र काफी संवेदनशील तो कई लोग बेहद असंवेदनशील नजर आते हैं। हमें समझ भी नहीं आता कई बार कि…

  • ग्राउंड रिपोर्टः मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है

    ग्राउंड रिपोर्टः मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है

    ‘मजबूर कॉलोनी का नारा है, हिंदुस्तान हमारा है’। ये बिल्कुल यूनिक सा नारा अपनी राष्ट्रीयता को क्लेम करते हुए अनशन पर बैठी मजबूर नगर, मंडावली दिल्ली की स्त्रियों ने गढ़ा है। बता दें कि देश में एनपीआर-एनआरसी-सीएए के खिलाफ़ चल रहे जबर्दस्त आंदोलनों के बावजूद सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीए को अंसवैधानिक घोषित करने की मांग…

  • सवाल नागरिकता खोने का नहीं, नागरिक होने का है

    सवाल नागरिकता खोने का नहीं, नागरिक होने का है

    देश भर में लगातार नागरिकता को लेकर बहस और आंदोलन जारी है। नागरिकता कानून में संशोधन से आगे जनगणना रजिस्टर और नागरिकता रजिस्टर को लेकर उपजे भय और संशय के चलते देश के हर भाग में लगातार लोग सड़कों पर हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी विपक्षियों पर जनता में भ्रम फैलाने का आरोप लगाकर दमन…

  • सीएए, एनआरसी, एनपीआर की नीयत, बुनियाद और तरीका गलतः तीस्ता

    सीएए, एनआरसी, एनपीआर की नीयत, बुनियाद और तरीका गलतः तीस्ता

    सीएए, एनआरसी, और एनपीआर की नीयत गलत है, बुनियाद गलत है, और तरीका भी गलत है। यह बात जानी मानी और साहसी मानवाधिकार कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने कहीं। 20 जनवरी को सामाजिक विकास केंद्र (रांची) में झारखंड नागरिक प्रयास द्वारा आयोजित एक सेमिनार को वह संबोधित कर रही थीं। उन्होंने असम की एनआरसी प्रक्रिया के…

  • इंद्रलोक से ग्राउंड रिपोर्टः पुलिस महिलाओं को दे रही लाठीचार्ज की धमकी

    इंद्रलोक से ग्राउंड रिपोर्टः पुलिस महिलाओं को दे रही लाठीचार्ज की धमकी

    हिंदुस्तान किसकी जान? हमारी जान, हमारी जान….. कौन है तुम्हारी जान? हिंदुस्तान, हिंदुस्तान…..  हिदुस्तान किसकी शान? हमारी शान। हमारी शान। हिंदुस्तान हमारी शान। हिंदुस्तान मेरी शान, मेरी शान हिंदुस्तान मेरी आन मेरी आन हिंदुस्तान  मेरी आन, मेरी बान, मेरी शान  हिंदुस्तान, हिंदुस्तान, हिंदुस्तान मेरी जान, मेरी जान, मेरी जान  हिंदुस्तान, हिंदुस्तान, हिंदुस्तान ये नारे पिछले…

  • ग्राउंड रिपोर्टः संविधान और मुल्क बचाने की कसम खाकर धरने पर बैठी हैं सीलमपुर की महिलाएं

    ग्राउंड रिपोर्टः संविधान और मुल्क बचाने की कसम खाकर धरने पर बैठी हैं सीलमपुर की महिलाएं

    पिछली गलती से सबक लेते हुए सीलमपुर जाफरबाद की महिलाओं ने अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की है। शनिवार को धरने का चौथा दिन था। धरने में हजारों महिलाएं दिन-रात बैठी हैं। पुरुष और बच्चे भी उनके समर्थन में डटे हुए हैं। महिलाओं के हाथों में गांधी, अंबेडकर, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, अबुल…

  • खुरेजी ग्राउंड रिपोर्टः लाइट बंद कर अंधेरे में लोकतंत्र पर हमला करती है पुलिस!

    खुरेजी ग्राउंड रिपोर्टः लाइट बंद कर अंधेरे में लोकतंत्र पर हमला करती है पुलिस!

    जेएनयू, जामिया और अब खुरेजी, तीनों जगह एक सा पैटर्न। दिल्ली पुलिस लाइट बंद करके लोकतंत्र पर हमला करती है। पता नहीं वो अपनी अमानवीयता और बर्बरता को कैमरों से बचाने के लिए ऐसा करती है या लोकतंत्र की आंखों में अपना चेहरा देखकर उसे शर्मिन्दा न होना पड़े इसलिए ऐसा करती है!  खुरेजी के…

  • धार्मिक मामलों में संविधान का कितना दखल? सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों की बेंच करेगी तय

    धार्मिक मामलों में संविधान का कितना दखल? सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों की बेंच करेगी तय

    उच्चतम न्यायालय की नौ न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने सोमवार को कहा कि वह आवश्यक धार्मिक प्रथाओं पर मुद्दों को फिर से तैयार करने, आस्था और मौलिक अधिकारों के बीच परस्पर संबंध और धार्मिक प्रथाओं पर न्यायिक समीक्षा की सीमा पर विचार करेगी, जिन्हें 14 नवंबर, 2019 को पांच जजों की बेंच ने सबरीमला पुनर्विचार आदेश में संदर्भित किया था।  भारत…