Tag: Covid
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प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने बढ़ा दिया बैंकों के एनपीए का संकट
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) की शुरुआत छोटे कारोबारियों के कारोबार हेतु कर्ज उपलब्ध कराने से हुई है। इसके अंतर्गत शिशु लोन, पचास हजार तक, किशोर लोन 5 लाख तक और तरुण लोन 10 लाख तक विभिन्न ब्याज दरों पर उपलब्ध कराया जाता है। योजना का मूल उद्देश्य कोविड काल में बर्बाद हुए छोटे कारोबारियों को…
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बिहार में सरकारी आंकड़ों से 20 गुना ज़्यादा मौतें कोविड की दूसरी लहर में हुयी हैं: माले
बिहार में कोविड से होने वाली मौतों का आधिकारिक सरकारी आँकड़ा 9646 है, जिसमें कोविड-19 की पहली लहर में हुयी 1500 मौतें भी जुड़ी हुयी हैं। लेकिन सीपीआई माले का दावा है कि असल में इससे 20-25 गुना ज़्यादा मौतें हुयी हैं। माले का ये दावा कोई हवा हवाई बयानबाजी नहीं है बल्कि इसके पीछे…
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पश्चिम बंगाल में कोविड संकट के बीच चमके ‘रेड वॉलेंटियर्स’
कोविड महामारी ने पश्चिम बंगाल में जमीनी स्तर पर वामपंथियों के लिए भारी आशा पैदा की है; और उसका श्रेय युवा रेड वॉलेंटियर्स यानि लाल स्वयंसेवियों को जाता है, क्योंकि वे कोलकाता और राज्य के सुदूर इलाकों में आपातकाल व संकट की स्थिति का मुकाबला कर रहे हैं। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी ने पश्चिम…
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मखौल बनाना काफी नहीं, झूठ के सांड़ को सींग से पकड़ना होगा
“ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुयी।” सरकार ने संसद में सीना तानकर बोला। “पेगासस से जासूसी !! हमे नहीं पता कब, किसने, क्यों और किसकी कराई।” हर बड़कू और छुटकू यही जवाब दिए पड़ा है। इस जासूसी के कालखण्ड में सूचना प्रौद्योगिकी के मंत्री रहे नकफुले जी ने कहा कि “आतंकवाद से…
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मणिपुर: जहां साधारण दंड प्रावधान लागू नहीं हो सकता, वहां लगायी गयी रासुका
क्या गोबर तथा गोमूत्र के इस्तेमाल से कोविड-19 का इलाज सम्भव है? इसका जवाब नहीं है लेकिन सत्ताधारी राजनीतिक दल के कई नेता मानते हैं कि गोबर तथा गोमूत्र के इस्तेमाल से कोविड-19 का इलाज किया जा सकता है। फेसबुक’ या सोशल मीडिया पर किसी जागरूक नागरिक ने एक पोस्ट डालकर कह दिया कि कोविड-19 का इलाज गोबर तथा…
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विधायक दल की बैठक के साथ माले ने शुरू की विस सत्र में सरकार को घेरने की तैयारी
पटना। आगामी विधानसभा सत्र की तैयारी में आज माले विधायक दल कार्यालय में विधायक दल की बैठक संपन्न हुई। बैठक में विगत विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के विधायकों के हुए अपमान, कोविड काल में हुई मौतों की जांच व हरेक मृतक परिजन को मुआवजा, बिहार की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था, महंगाई, रोजगार, बाढ़ तथा समस्तीपुर…
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महज रकम नहीं है मुआवज़ा, खोल देगा मोदी सरकार की पोल
महामारी में मौत पर मुआवज़ा देने से क्यों कतराती रही है मोदी सरकार? क्या केंद्र सरकार के पास रकम नहीं? क्या मोदी सरकार के मंत्रियों को रकम अपने घर से देना है? क्या 4 लाख मौत पर 4-4 लाख मुआवज़े के लिए कुल रकम 16 हजार करोड़ रुपये इतनी बड़ी रकम है कि इसका इंतज़ाम…