Tag: gandhi
-
जयंती पर विशेष:अबूझ क्यों हैं आम्बेडकर बहुतेरों के लिए
आम्बेडकर कम्युनिस्टों के लिए ही नहीं बल्कि बहुतेरे दलितों के लिए भी अबूझ हैं।हाल कुछ उस कथा जैसी है जिसमें किसी हाथी को नेत्रहीन लोग उतना ही बूझ पाए जितना वे हाथी को स्पर्श कर सके। जिसने सूंड़ स्पर्श किया वो हाथी के दांत नहीं समझ सका। जिसने कान स्पर्श किया वो हाथी के पैर…
-
भारतीय पुनर्जागरण में महिलाओं का योगदान
यह उस जमाने की बात है, जब भारतीय समाज में गाना-बजाना और नाच में लगी महिलाओं को नीची निगाह से देखा जाता था। तब अचानक कलकत्ता की एक बाई जी गौहर ज़ान ने घोषणा की कि हिंदुस्तान का वायसराय महीने में जितना पैसा कमाता होगा उतना तो मेरी रोज की आमदनी है। मशहूर लेखिका और…
-
जीरो माइल पटनाः बदलते शहर में समाज और विकास
शहरों पर किताबें पहले भी लिखी गयी हैं, आज भी लिखी जा रही हैं और आगे भी लिखी जायेंगी। कुछ किताबें शहरों का इतिहास बताती हैं, कुछ समाजशास्त्र और कुछ खास घटनाओं के उल्लेख के जरिये शहर की कहानी कहती हैं। लेकिन कवि-लेखक और पत्रकार संजय कुंदन की नयी किताब: जीरो माइल पटना (वाम प्रकाशन,…
-
झूठ पर आधारित है गोडसे पर बनी फिल्म ‘वाय आई किल्ड गांधी’
हाल में रिलीज हुई फिल्म ‘वाय आई किल्ड गांधी‘ महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमामंडन करने का प्रयास है। इस फिल्म की एक क्लिप, जो पंजाब हाईकोर्ट में नाथूराम गोडसे की गवाही के बारे में है, सोशल मीडिया पर दिखाई जा रही है। इसमें गोडसे को घटनाक्रम का एकदम झूठा विवरण प्रस्तुत करते…
-
सदन में मोदी: सवालों के जवाब नहीं और पीएम की गरिमा भी नहीं रख पाए बरकरार
एक राजनेता के तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘ख्याति’ भले ही एक कामयाब मजमा जुटाऊ भाषणबाज के तौर पर ही रही हो, लेकिन उन पर यह ‘आरोप’ कतई नहीं लग सकता है कि वे एक शालीन और गंभीर वक्ता हैं! चुनावी रैली हो या संसद, सरकारी कार्यक्रम हो या पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच संबोधन,…
-
सरकार ने बढ़ा दी अमीर भारत और गरीब भारत के बीच की खाई: राहुल गांधी
कल सदन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बजट 2022 पर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सवाल उठाते हुये मुझे कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में ब्यूरोक्रेटिक विचारों का जिक्र था। इसमें सच्चाई का काफी अभाव था। उन्होंने सदन में कहा कि आप साठ साल की बात कर रहे हैं तो बता दूं कि हमारी सरकार…
-
उग्रवाद की ओर धकेला जा रहा है देश
लखनऊ में कांग्रेस नेता और जेएनयू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष डॉ. कन्हैया कुमार पर लखनऊ में एक समारोह के दौरान एसिड मिश्रित तरल पदार्थ फेंककर कुछ लोगों को घायल किये जाने की घटना को आप किस तरह देखते हैं, नहीं मालूम लेकिन मैं इसे नाथूराम गोडसे द्वारा गांधी जी की हत्या वाली दुर्भाग्यपूर्ण ऐतिहासिक…
-
गांधी जी की गंगा-जमनी तहज़ीब के प्रति प्रतिबद्धता और बाबा फरीद की इश्को मुहब्बत की परम्परा
गांधीजी अपनी शहादत से तीन दिन पहले जिस किसी आखिरी धार्मिक स्थल/इबादत गाह गए वह महरौली दिल्ली की हज़रत बख़्तियार काकी की दरगाह थी। गांधी जी 27 जनवरी, 1948 को बिरला हाउस से करीब 11 किलोमीटर दूर प्रसिद्ध सूफी दरग़ाह हज़रत बख़्तियार काकी की दरगाह की ओर चले, जहां पर जो कुछ उपद्रवियों ने दरगाह…
-
जब गांधी ने 125 वर्ष तक जीने की इच्छा त्याग दी थी!
इस समय जब पूरी दुनिया महात्मा गांधी की ओर उम्मीद भरी नजरों से देख रही है और उनके विचारों की प्रासंगिकता पहले से कहीं ज्यादा महसूस की जा रही है, तब भारत में सत्ताधारी जमात से जुड़ा वर्ग गांधी को नकारने में लगा हुआ है। इस समय देश में सांप्रदायिक और जातीय विद्वेष का माहौल…