नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित इकलौते हिन्दी उपन्यास ‘रेत-समाधि’ के साथ एक और उपलब्धि जुड़ गई है। मशहूर दास्तानगो महमूद फ़ारूक़ी…
वाद और विचारधारा का बंदी नहीं है साहित्य: गीतांजलि श्री
गीतांजलि श्री हिन्दी की जानी-मानी कथाकार और उपन्यासकार हैं। अब तक उनके पांच उपन्यास और पांच कहानी संग्रह प्रकाशित हो…
मास्क वाले केंचुए…
हमारे बचपन की बात। हाल तक लगता नहीं था कि इतनी भी पुरानी बात है, पर अचानक, अब, लगता है…