गीतांजलि श्री हिन्दी की जानी-मानी कथाकार और उपन्यासकार हैं। अब तक उनके पांच उपन्यास और पांच कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं; तीन उपन्यासों का फ्रेंच में अनुवाद हुआ है। हाल ही प्रकाशित ‘रेत समाधि’ उनकी बहुचर्चित कृति है।...
हमारे बचपन की बात। हाल तक लगता नहीं था कि इतनी भी पुरानी बात है, पर अचानक, अब, लगता है बहुत पहले की बात है। इसलिए नहीं कि लम्बा सफ़र तय कर चुकी हूँ और कहाँ से कहाँ आ...