Friday, April 19, 2024

hunger

क्या मोदी जी अपने देश को नहीं जानते !

उनसे हमारा बुनियादी मत-विरोध है, पर इस पर मुझे कभी शक नहीं रहा कि वे इस देश को काफी जानते-समझते हैं। हमारी भौतिक-आर्थिक स्थिति, हमारे स्वास्थ्य सेवाओं का हाल, हमारी जनता की रोजी-रोटी का हाल, उसका मनोविज्ञान, उसकी वैचारिक-सांस्कृतिक...

बाहर कोरोना मारेगा, घर के अंदर भूख

प्रधानमंत्री के कल के राष्ट्र के नाम संबोधन के बाद यह बात स्पष्ट हो गयी है कि लोग अब मरने के लिए अभिशप्त हैं। बाहर कोरोना मारेगा और अंदर भूख। नहीं तो प्रधानमंत्री को यह बात ज़रूर साफ़ करनी...

सारकेगुड़ा मुठभेड़ मामले में आदिवासियों ने घेरा थाना, दोषियों के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर हिमांशु कुमार बैठे अनशन पर

रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शुक्रवार को सारकेगुड़ा मुठभेड़ मामले में न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट आने के बाद आज सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार और सोनी सोरी के साथ बासागुड़ा थाने पहुंच गए। वहां पहुंचकर ग्रामीण तात्कालीन...

बीएचयू में भूख हड़ताल पर बैठे कई छात्र-छात्राओं की हालत खराब

वाराणसी। बीएचयू में जारी छात्र-छात्राओं की भूख हड़ताल चौथे दिन भी जारी रही। कुछ आंदोलनकारियों की हालत लगातार खराब हो रही है। एक छात्र के अस्पताल में भर्ती किए जाने के बाद जिला प्रशासन की ओर से भेजी गयी एक मेडिकल टीम...

योगी की नाक के नीचे भुखमरी के चलते मुसहर जाति के लोग दे रहे हैं तड़प-तड़प कर जान: माले जांच दल की रिपोर्ट

ठाढ़ीभार (कुशीनगर)। मोदी-योगी राज में खाद्य सुरक्षा कानून व बहुप्रचारित आयुष्मान योजना गरीबों के लिए मजाक बन गयी है। इसका ज्वलंत उदाहरण यूपी का कुशीनगर जिला है, जहां भुखमरी, कुपोषण व बीमारी से मुसहर गरीबों की अकाल मौतें हो रही हैं।  केंद्र में मोदी-एक की...

डूब से बचाने के लिए सरदार सरोवर बांध का पानी खोलने को लेकर अनशन पर बैठीं मेधा की हालत बिगड़ी

(मेधा पाटकर के अनशन के 8 दिन पूरे हो गए हैं। इस बीच उनकी हालत बिगड़ती जा रही है लेकिन न तो राज्य सरकार उनकी सुध ले रही है। न केंद्र को इसकी कोई खबर है। नर्मदा बांध पुनर्वास...

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ग्राउंड रिपोर्ट: पुंछ में केसर उत्पादन की संभावनाएं बढ़ीं

जम्मू के पुंछ जिले में किसान एजाज़ अहमद पांच वर्षों से केसर की सफल खेती कर रहे हैं, जिसे जम्मू विश्वविद्यालय ने समर्थन दिया है। सरकार से फसल सुरक्षा की मांग करते हुए, अहमद पुंछ को प्रमुख केसर उत्पादन केंद्र बनाना चाहते हैं, जबकि महिला किसानों ने भी केसर उत्पादन में रुचि दिखाई है।