Tag: hunger
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तुलसीराम के जन्मदिन पर विशेष: ‘मुर्दहिया’ में भूख, ग़रीबी और अंधविश्वास के चित्र
भारतीय साहित्य में अपनी पहली ही कृति आत्मकथा ‘मुर्दहिया’ से तुलसीराम हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में कालजयी लेखकों की प्रथम पंक्ति में शामिल हो गए। इसका कारण उनका एक दलित होने के कारण स्वयं भोगे भूख-गरीबी, कष्ट, दारूणता, भय, उपेक्षा, घृणा, अंधविश्वास, करूण हास्य-विनोद, उपहास, जुगुप्सा, त्रासदी, ताने-उलाहने, प्रेम, स्नेह, निराशा और आशा से…
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कोरोना के चलते बाल मजदूरी बढ़ोतरी की आशंकाएं
पिछले कई वर्षों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाल अधिकारों के संरक्षण हेतु कई फोरम बने, इन सभी फोरमों का एक ही उद्देश्य है, किस प्रकार बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा की जा सके। विकसित देशों की अपेक्षा विकासशील देशों में बच्चों की स्थिति ज्यादा दयनीय है। वर्तमान स्थिति में जिस तरह से कोरोना…
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जन्मदिन पर विशेष: भूख और गरीबी ने दिखाया था चे को क्रांति का रास्ता
14 जून 1928 को अर्जेंटीना में जन्मे चे ग्वेरा की बोलिविया में, उनकी गिरफ्तारी के एक दिन बाद, 9 अक्टूबर, 1967 को, हिरासत में हत्या कर दी गई थी। जब उनकी हत्या हुयी तो वे केवल 39 साल के थे। चे ग्वेरा ने मरते समय हमलावर और हत्यारे बोलिवियाई सार्जेंट टेरान से कहा था, ” तुम…
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राज करने वाले मर चुके हैं, जो चाहिए छीन कर लेना होगा: अरुंधति
(विश्व-प्रसिद्ध लेखिका, प्रखर विचारक और एक्टिविस्ट अरुंधति रॉय कोरोना महामारी के दौर में दुनिया भर के सत्ता वर्ग द्वारा रचे गए षड्यंत्रों के ख़िलाफ़ लगातार मुखर हैं। वे लगातार लिख रही हैं, बोल रही हैं और सच्चाई को सीधे दर्ज़ करने वाले किसी रिपोर्टर की तरह मार खाए लोगों के बीच सीधे पहुंचती भी रही…
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कॉरपोरेट की गुलामी और भुखमरी का दस्तावेज है मोदी सरकार का कृषि संबंधी अध्यादेश
कोरोना संकट के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 3 जून 2020 को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में प्रमुख कृषि उत्पादों को आवश्यक वस्तु अधिनियम के दायरे से बाहर करने, कांट्रैक्ट फार्मिंग का कानून बनाने और मंडी कानून खत्म करने को अध्यादेश लाने का फैसला लिया गया है। जिसकी जानकारी केंद्रीय कृषि एवं किसान…
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मौत जिनके दरवाजों पर रोज देती है दस्तक
नई दिल्ली। बिहार जहानाबाद के निवासी मुन्ना रजक जनवरी महीने में कैंसर का इलाज कराने एम्स आए। डॉक्टरों ने 12 लाख का इस्टीमेट बनाकर दिया था। निर्माण भवन में बोला गया था कि 15-20 दिन में पैसा चला जाएगा लेकिन 3 महीने हो गए लॉकडाउन के चलते पैसा रुक गया। जिससे उनकी कीमोथेरेपी भी रुक…