Friday, April 19, 2024

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कोरोना काल में क्यूबा: सामने आयी एक सार्वभौमिक मानव केन्द्रित स्वास्थ्य व्यवस्था

पूरी दुनिया कोरोना के कहर से त्रस्त है। विकसित देशों से लेकर विकासशील देशों तक लाखों की तादाद में लोग काल के मुँह में समा रहे हैं। लेकिन कोरोना से निजात पाना मुश्किल हो रखा है। दुनिया की महा-शक्तियाँ...

चीफ जस्टिस रमना ने कानून मंत्री के सामने ही उठाए वित्तीय स्वायत्तता और इंफ्रास्ट्रक्चर पर सवाल

चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा है कि अगर हम न्यायिक प्रणाली से अलग परिणाम चाहते हैं तो हम इन परिस्थितियों में काम करना जारी नहीं रख सकते। इस संबंध में एक अभिन्न पहलू न्यायपालिका की वित्तीय स्वायत्तता है।...

कोरोना की दूसरी लहर के बाद भी सरकार कुछ सीखने के लिए तैयार नहीं

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान, जिस अभूतपूर्व त्रासदी के दौर को हम सबने भोगा है और अब भी भोग रहे हैं, वह बेहद तकलीफदेह है। कुछ लोगों के अनुसार, वह सौ साल पहले आये प्लेग की तरह भयावह...

कोविड-19 के टीकाकरण के लिए क्या भारत के पास तैयार है बुनियादी ढांचा?

संक्रमितों की लगभग 92 लाख की संख्या के साथ, भारत वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों की दूसरा सबसे अधिक संख्या वाला देश है। भारत में जिस तरह से राजधानी दिल्ली समेत...

लोकतंत्र के खात्मे की साजिश का हिस्सा है संविधान की बुनियादी संकल्पनाओं से जुड़े विषयों को पाठ्यक्रमों से हटाना

कोरोना महामारी से उपजे अभूतपूर्व संकट ने जीवन के जिन क्षेत्रों को सर्वाधिक प्रभावित किया है, उसमें शिक्षा का क्षेत्र भी शामिल है। मार्च महीने के मध्य से ही संक्रमण की आशंका से स्कूलों-काॅलेजों में एक तरह की तालाबंदी...

कोरोना आपदा, हमारा स्वास्थ्य ढांचा और तालाबंदी

30 जनवरी को जब केरल में पहला कोविड 19 का केस मिला था, तब बहुतों को इस बात का अंदाज़ा भी नहीं था कि एक ऐसी आपदा ने दस्तक दे दिया है जो न सिर्फ लाइलाज है, बल्कि वह...

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AICCTU ने ऐप कर्मियों की मांगों को लेकर चलाया हस्ताक्षर अभियान, श्रमायुक्त को दिया ज्ञापन।

दिल्ली के लाखों ऐप कर्मचारी विषम परिस्थितियों और मनमानी छटनी से जूझ रहे हैं। उन्होंने कम प्रति ऑर्डर रेट, अपर्याप्त इंसेंटिव्स, और लंबे कार्य समय के खिलाफ दिल्ली भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया। ऐप कर्मचारी एकता यूनियन ने बेहतर शर्तों और सुरक्षा की मांग करते हुए श्रमायुक्त कार्यालय में ज्ञापन दिया।