Friday, April 19, 2024

Jharkhand

बोकारो ग्राउंड जीरो: सेल और सरकार के बीच पिसते ग्रामीणों का अंतहीन संघर्ष

‘हम लोग खुले में ही शौच के लिए जाते हैं, क्योंकि हमारे घर में शौचालय नहीं है। रोज कमाते हैं, रोज खाते हैं, हम खाएं कि शौचालय बनवाएं? पता नहीं सरकार ने कैसे पूरे जिलों को खुले में शौच...

महिला दिवस पर विशेष: समाज के बदलाव के लिए शीला मरांडी ने कर दिया अपना सब कुछ कुर्बान

टुंडी (धनबाद)। ‘‘शीला दीदी बहुत ही अच्छी हैं, वे हमेशा हम गरीबों व महिलाओं के हित की बात करती थीं। वे बच्चों व युवाओं को पढ़ाई के लिए प्रेरित करती थीं। वे हमेशा कहती थीं कि बिना लड़े आपको...

ग्राउंड रिपोर्टः एक आदिवासी कार्यकर्ता को झारखंड पुलिस ने कैसे बना दिया माओवादी!

गिरिडीह। ‘‘भगवान दास किस्कू हमारे गांव का सबसे पढ़ा-लिखा युवक है। वे हमारे गांव का नेतृत्व करते थे, हमें सभी चीज के बारे में बताते थे। आज गांव में बहुत सारे युवक हैं, लेकिन उनके बिना लगता है कि...

यूक्रेन में फंसी नेतरहाट की आदिम जनजाति की लतिका ठिठियो, परिवार का रो- रो कर बुरा हाल

झारखंड। झारखंड के लातेहार जिले में स्थित नेतरहाट थाना क्षेत्र के दौना गांव की आदिम जनजाति परहिया समुदाय के इसहाक ठिठियो की एक इकलौती बेटी लतिका ठिठियो (30 वर्ष) भी अन्य भारतीय छात्रों की तरह यूक्रेन में फंस गयी...

निजीकरण के रथ की अगुवाई करेंगे, झारखंड के शिक्षा मंत्री

झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने झारखंड जिला परियोजना परिषद की पिछले दिनों हुई एक बैठक में एक असंवैधानिक बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि ‘सरकार हर बच्चे पर सालाना 22 हजार रुपए खर्च करती है, लेकिन...

ग्राउंड रिपोर्ट: एक मुस्लिम शिक्षक व उनकी पत्नी के साथ झारखंड पुलिस की बर्बरता

‘‘मेरे दोनों पैर बांध दिये गये और उसके बीच में एक डंडा घुसा दिया गया, मेरे दोनों हाथ को फैलाकर दो पुलिस वालों ने जमीन से सटाकर पकड़ लिया, मेरे मुंह में गमछा फाड़कर ठूंस दिया गया और उसके...

जल-जंगल-ज़मीन: धजवा पहाड़ का अवैध उत्खनन, क्या पलामू की धरती को जंगल विहीन बनाने का पहला कदम है?

झारखंड की राजधानी, रांची से 185 कि.मी. दूर है पलामू जिला। जिला मुख्यालय से 45 कि.मी. दूर है धजवा पहाड़, जो पांडू प्रखंड के कूटमु पंचायत के बरवाही गांव के अंतर्गत आता है। विश्रामपुर विधानसभा और पलामू संसदीय क्षेत्र...

कोयला खदान हादसे में मृत मजदूरों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार: दीपंकर

पिछली 1 फरवरी को झारखंड के निरसा के ईसीएल मुगमा एरिया के अन्तर्गत गोपीनाथपुर, कापासारा एवं बीसीसीएल के दहीबाड़ी आउटसोर्सिंग में कोयला खनन के दौरान चाल धसने से दर्जनों की संख्या में मजदूरों की मौत हो गयी। जिसकी जानकारी...

झारखंड: मनरेगा में रोजगार से ज्यादा भ्रष्टाचार का बोलबाला

रांची। 16 साल पहले 2 फरवरी, 2006 को देश में मनरेगा कानून लागू हुआ। जिसके तहत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 100 दिनों के रोजगार की गारंटी की गई है। देश में 12.30 करोड़ परिवार...

ग्राउंड रिपोर्ट: मुर्मू को माओवादी बनाने पर आमादा थी झारखंड की पुलिस

‘‘मुझे जब सिविल ड्रेस में मौजूद 2 पुलिस वाले ने पकड़ लिया और एक ने अपना रिवाल्वर मेरे कमर में सटाकर मुझे बोलेरो में खींचकर बैठा लिया, तो मैं काफी डर गया था। मुझे लगा कि अब ये लोग...

Latest News

ग्राउंड रिपोर्ट: रोजी-रोटी, भूख, सड़क और बिजली-पानी राजनांदगांव के अहम मुद्दे, भूपेश बघेल पड़ रहे हैं बीजेपी प्रत्याशी पर भारी

राजनांदगांव। लोकसभा 2024 में राजनांदगांव की सीट काफी दिलचस्प मानी जा रही है। इस सीट पर पूर्व सीएम भूपेश...