रघुबर दास के नेतृत्व वाली पूर्व की भाजपा सरकार द्वारा झारखंड में जन अधिकारों और लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर लगातार हमले हुए। इसमें सीएनटी-एसपीटी में संशोधन की कोशिश, भूमि अधिग्रहण क़ानून में बदलाव, लैंड बैंक नीति, भूख से...
झारखंड के गिरिडीह अंतर्गत मधुबन, जैन धर्मावलंबियों का विश्व स्तरीय धर्म स्थल के रूप में जाना जाता है। जैन धर्मावलंबियों के धर्म स्थल पर स्थित तीन संस्थाओं के सभी कर्मचारी चार महीने से 'अनिश्चितकालीन असहयोग आंदोलन' पर हैं। कारण है...
झारखंड में आने वाले आगामी बजट पर रांची के एचआरडीसी में सामाजिक संगठनों द्वारा दो दिवसीय परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस परिचर्चा का आयोजन दलित आर्थिक अधिकार आंदोलन-एनसीडीएचआर और भोजन के अधिकार अभियान के द्वारा किया गया।
परिचर्चा में...
दिल्ली चुनाव में जनता ने जनमुद्दों के आधार पर mandate दिया। आम आदमी पार्टी की सफलता यह रही कि उन्होंने संघ-भाजपा नेतृत्व के विभाजनकारी मुद्दों को अपनी रणनीति से, उसमें राजनीतिक pragmatism/अवसरवाद चाहे जितना हो, प्रभावी नहीं होने दिया।
अब...
“मेरे पति की हत्या नौ जून 2017 को सीआरपीएफ कोबरा ने 11 गोली मारकर कर दी और उन्हें एक दुर्दांत माओवादी घोषित कर दिया। जबकि वे पारसनाथ पर्वत पर चावल-दाल की छोटा सी दूकान चलाते थे और जैन धर्मावलंबियों...
रांची। मनरेगा कानून को देश में लागू हुए 14 वर्ष पूरे होने पर रांची एचआरडीसी में झाररखण्ड नरेगा वाच का राज्य सम्मेलन दो फ़रवरी को हुआ। इसमें प्रख्यात अर्थशास्त्री और सामाजिक कार्यकर्ता ज्यां द्रेज ने सम्मेलन में कहा कि मनरेगा...
'बंदूक की नोंक के नीचे पढ़ाई संभव नहीं है' यह कहना है झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा) जिला के गोइलकेरा प्रखंड के ग्रामीणों का। दरअसल बात यह है कि गोइलकेरा प्रखंड के कुईड़ा में अवस्थित हाई स्कूल परिसर में...
रांची। आदिवासी बहुल राज्यों में भाकपा
(माओवादी) के खिलाफ सीआरपीएफ व राज्य पुलिस का संयुक्त अभियान चलता ही रहता है और
इस दौरान आम आदिवासियों को माओवादी बताकर हिरासत में लेना और फिर माओवादी घटना में
शामिल बताकर जेल भेजना भी आम...
झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में पिछले दिनों पत्थलगड़ी के बहाने हुए सामूहिक नरसंहार के बाद क्षेत्र में जहां सन्नाटा पसरा है, वहीं घटना के सप्ताह भर बाद भी अभी तक हत्या के असली...
भारत ही नहीं पूरी दुनिया में पहली जनवरी को नए वर्ष के आगमन पर जश्न मनाया जाता है। वहीं झारखंड के खरसावां और कोल्हान के जनजातीय समुदाय के लोग एक जनवरी को काला दिवस और शोक दिवस के रूप...