Tag: judge shekhar kumar yadav
सांप्रदायिक सोच की सीमाएं और संविधान का शासन
एक बयान जेरे बहस है। वह बयान है “देश बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा”। मतलब देश कानून और संविधान से नहीं, बल्कि भीड़ की आवाज [more…]
एक बयान जेरे बहस है। वह बयान है “देश बहुसंख्यकों की इच्छा से चलेगा”। मतलब देश कानून और संविधान से नहीं, बल्कि भीड़ की आवाज [more…]