Friday, April 19, 2024

judgement

सुप्रीम कोर्ट जजमेंट के विपरीत कानून नहीं बना सकती सरकार

आप मानें या न मानें उच्चतम न्यायालय पिछले चार चीफ जस्टिसों, जस्टिस खेहर, जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस एसए बोबडे के कार्यकाल का उच्चतम न्यायालय नहीं है। इसे विधिक, न्यायिक और पत्रकारिता के क्षेत्र में दिन...

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट से कुछ सीखें हमारे सुप्रीम जज साहबान

कुछ खबरें ऐसी भी आती हैं, जो आपका उत्साह बढ़ाती हैं, प्रेरणा देती हैं। अगर दूसरे देश की खबर हो तो दिल में हूक उठती है कि काश हमारे देश भारत में ऐसा ही हो। पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में...

हिमाचल हाईकोर्ट के एक फैसले को पढ़कर सुप्रीम कोर्ट के दो जजों ने जब अपना माथा पकड़ लिया

कॉलेजियम सिस्टम से कैसे-कैसे न्यायाधीश नियुक्त होते हैं, इसकी बानगी उच्चतम न्यायालय में उस समय सामने आई जब हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट का एक फैसला पढ़कर उच्चतम न्यायालय के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह का सिर चकरा गया...

कठघरे में प्रशांत भूषण या सुप्रीम कोर्ट?

सुप्रीम कोर्ट में प्रशांत भूषण के खिलाफ अदालत की अवमानना के दो मामले हैं। एक में प्रशांत भूषण दोषी हैं तो दूसरे मामले को सुनवाई के लिए चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के पास भेजा गया है कि इस मामले...

Latest News

लोकतंत्र का संकट राज्य व्यवस्था और लोकतंत्र का मर्दवादी रुझान

आम चुनावों की शुरुआत हो चुकी है, और सुप्रीम कोर्ट में मतगणना से सम्बंधित विधियों की सुनवाई जारी है, जबकि 'परिवारवाद' राजनीतिक चर्चाओं में छाया हुआ है। परिवार और समाज में महिलाओं की स्थिति, व्यवस्था और लोकतंत्र पर पितृसत्ता के प्रभाव, और देश में मदर्दवादी रुझानों की समीक्षा की गई है। लेखक का आह्वान है कि सभ्यता का सही मूल्यांकन करने के लिए संवेदनशीलता से समस्याओं को हल करना जरूरी है।