Friday, June 9, 2023

karma

“न्यायतंत्र भारत से विदा हो चुका है”

(कहा जाता है कि किसी चीज को नापने का सबसे बड़ा पैमाना जनमत होता है। और लोकतंत्र में वैसे भी इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। मामला जब सीधे सिस्टम या फिर उससे जुड़ी किसी संस्था का हो तो...

सड़ांध मारती व्यवस्था और नफरती-सांप्रदायिक माहौल में न्याय के योद्धा हैं कुणाल कामरा

क्या कुणाल कामरा ऐसे महानायक बनकर उभरे हैं जो उन तमाम पीड़ितों की नाराजगी का प्रतीक हैं जिन्हें अदालतों से इंसाफ नहीं मिलता। सोशल मीडिया कुणाल कामरा के साथ खड़ा हो गया है। जाने-माने वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण के...

कुणाल अवमानना मामला: बचाने की कोशिश में कहीं सरेआम नीलाम न हो जाए सुप्रीम कोर्ट की आबरू

कहते हैं कि स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा पर अदालत की अवमानना के लिए सुप्रीम कोर्ट में मुक़दमा चलाया जाएगा - उस कोर्ट में जिसने चार दिन पहले अर्णब गोस्वामी के स्तर के बदमिजाज एंकर की स्वतंत्रता की रक्षा के...

कामरा के खिलाफ अवमानना केस: फ्रीडम ऑफ स्पीच का मतलब सुप्रीम कोर्ट की गरिमा को ठेस पहुंचाना नहीं

भारत के एटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने यह कहते हुए कि लोगों को आजकल लगता है कि वो मुखर और अंधाधुंध तरीके से उच्चतम न्यायालय  और जजों की निंदा कर सकते हैं और ऐसा करके उन्हें लगता है कि...

Latest News

अन्याय के एक हजार दिन, असहमति और आंदोलन से न्याय की उम्मीद!

नई दिल्ली। अन्याय के हजार दिन बीत गए। लेकिन ये न्याय के संघर्ष के भी हजार दिन हैं। लोगों...