लातेहार। झारखंड में लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड के पंचायत ओरसापाठ का एक गांव है ओरसा, जिसका टोला है चिकनीकोना। यहां बसते हैं आदिम जनजाति बिरिजिया समुदाय के लोग। इस गांव से प्रखंड मुख्यालय लगभग 10 किमी की दूरी पर है। वहीं यहां से...
लातेहार। 12 जून 2021 को लातेहार जिला अंतर्गत गारू प्रखण्ड के पिरी गांव निवासी ब्रह्मदेव सिंह और गांव के अन्य पांच युवा पारंपरिक शिकार पर निकले थे। इस दरम्यान नक्सल सर्च अभियान पर निकले सुरक्षा बलों ने आदिवासी युवा...
लातेहार। झारखंड के लातेहार जिला के जिला पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा आदिवासियों की पारंपरिक व्यवस्था- ग्रामसभा प्रधान के लिए एक गैर आदिवासी का चुनाव करने के बाद से क्षेत्र के आदिवासी विचलित ही नहीं काफी आक्रोशित हैं। उन्होंने इस...
पलामू/लातेहार/पश्चिमी सिंहभूम। केंद्र सरकार ने जहां एक तरफ वित्तीय वर्ष 2023-24 के मनरेगा बजट में 35 फीसदी की कटौती कर दी है और योजना में मजदूरों के कार्यों पर पारदर्शिता लाने के बहाने नयी-नयी तकनीक थोप दी है, जिसके...
झारखंड। आज भी बहंगी का उपयोग बुजुर्गों,बीमारों को ले जाने लाने में सहारा बना हुआ है। आज आजादी के आठ दशक बाद और इस डिजिटल इंडिया के दौर में जब सड़क के अभाव में किसी बीमार या बुजुर्ग को...
भूख और कुपोषण पर नजर रखने वाले ग्लोबल हंगर इंडेक्स की वेबसाइट के अनुसार भारत 121 देशों के ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) 2022 में 101 से 107वें स्थान पर खिसक गया है। अब इस सूचकांक में पड़ोसी देश पाकिस्तान,...
रांची। लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र में गत 14 मई की रात को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के विरोध को लेकर माओवादी पार्टी के दस्ते ने क्षेत्र में सड़क निर्माण का कार्य कर रहे संवेदक मिनी कंस्ट्रक्शन प्लांट की...
रांची। नेतरहाट फील्ड फायरिंग रेंज को रद्द करवाने संबंधी अपनी मांग को लेकर केन्द्रीय जनसंघर्ष समिति लातेहार-गुमला द्वारा 21 से 25 अप्रैल 2022 तक जारी पदयात्रा के बाद 25 अप्रैल को रांची पहुंच कर राज्यपाल को एक ज्ञापन दिया...
रांची। झारखंड के लातेहार जिला मुख्यालय के उदयपुरा विद्यालय प्रांगण में ग्रामीणों की एक बैठक में जिले के आदिवासी क्षेत्रों की 3 अहम जन मुद्दों पर चर्चा की गई। पहला ग्रामीण क्षेत्रों में जवाहरलाल नेहरू के पंचशील सिद्धांत के...
गत 10 दिसंबर को झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत मनिका में अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकर दिवस के अवसर पर विगत दो सालों से सरकार द्वारा बन्द किये प्राथमिक स्कूल खोलने, पुलिसिया अत्याचार, वन विभाग का उत्पीड़न, महिला एवं बाल हिंसा रोकने...