Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

“ठेके पर मुशायरा”: बाज़ार की ताकतों का साहित्य और संस्कृति के मानकों पर चोट

0 comments

पिछले शनिवार को LTG ऑडिटोरियम में इरशाद खान ‘सिकंदर’ लिखित और दिलीप गुप्ता निर्देशित नाटक “ठेके पर मुशायरा” देखने का संयोग बना। नाम और इसके [more…]