उपभोक्तावादी सौंदर्य दृष्टि को दरकिनार करती है ‘छपाक’
‘छपाक’ इस मायने में साहसिक फिल्म है कि यह हिंदी फिल्मों और समाज में दूर तक छाई हुई उपभोक्तावादी सौंदर्य दृष्टि को किनारे करती है। [more…]
‘छपाक’ इस मायने में साहसिक फिल्म है कि यह हिंदी फिल्मों और समाज में दूर तक छाई हुई उपभोक्तावादी सौंदर्य दृष्टि को किनारे करती है। [more…]
मेघना गुलज़ार निर्देशित ‘छपाक’ स्त्री सौंदर्य का एक ऐसा प्रतिमान स्थापित करती है, जो आज से पहले हिंदी सिनेमा में कभी किसी निर्देशक ने और [more…]