Friday, March 29, 2024

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भीख के कटोरे में कैसे तब्दील हुआ पूर्वांचल का ‘चीनी का कटोरा’!

देवरिया। पूर्वांचल का नाम आते ही देश के अन्य हिस्से हों या भारत की अर्थव्यवस्था को करीब से जानने वाले विदेशी सबके जेहन में बस एक ही तस्वीर सामने आती है। वह है पिछड़ापन, बेकारी व लाचारी। जिनको ये...

देवरिया की बंद चीनी मिलों की दास्तान: चिमनियों के धुएं के साथ गायब हो गई जिले की रौनक

गौरीबाजार (देवरिया)। कभी यहां की चिमनियों से हर पल धुआं निकलता रहता था। चहल-पहल के बीच सायरन की आवाज कस्बे के लोगों के लिए किसी टाइम मशीन से कम नहीं थी। ये रौनक अब गायब हो चुकी है। विशाल...

मोदी सरकार जनता नहीं, कंपनी राज की है हिमायती

दिसंबर 2002-03 में पूर्वांचल उद्योग बचाओ सम्मेलन का आयोजन देवरिया जनपद के गोरयाघाट चौराहे पर कॉमरेड सीबी सिंह (सीबी भाई) की अध्यक्षता में किया गया था। उस कार्यक्रम में पूर्वांचल से तमाम सम्मानित जन प्रतिनिधि, किसान एवं मजदूर नेता...

पूर्वांचल के उजड़ने और बर्बाद होने की कहानी पढ़िए कद्दावर नेता शिवाजी राय की ज़ुबानी

देवरिया शहर में पश्चिमी ओवरब्रिज के नीचे, देवरिया शुगर मिल के बहुत करीब अचानक एक ठेले वाले ने आवाज दी, “नेताजी कहाँ जा रहे हैं, हमारी भी बात सुन लीजिए”। पीछे मुड़ के देखा तो ठेले के पास खड़े...

जर्जर क्वार्टरों में बसी जिंदगियों का बकाया है बंद मिल के मालिकों पर 40 करोड़ रुपये

काशीपुर में सड़क के किनारे जर्जर और उजाड़ से दिखने वाले कुछ क्वार्टर नज़र आते हैं। पहली नज़र में ऐसा लगता है कि बरसों से ये क्वार्टर परित्यक्त अवस्था में हैं। लेकिन नज़दीक जाने पर मालूम पड़ता है कि...

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क्या तमिलनाडु में भाजपा को अपने आक्रामक चुनाव अभियान से कुछ हासिल होगा?

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके सहित एआईडीएमके और भाजपा के द्वारा अपने-अपने गठबंधनों को अंतिम स्वरुप देने का काम लगभग...