लेखक- डॉ. प्रेम सिंह
(राम पुनियानी ने भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं सालगिरह के मौके पर - 'हाउ टू रिवाइव द स्पिरिट ऑफ़ क्विट इंडिया मूवमेंट' - (पीपल्स वाइस, 21 अगस्त 2017) लेख लिखा। लेख का हिंदी अनुवाद भी...
1920 से 1948 तक का कालखंड, भारतीय इतिहास में गांधी युग के नाम से जाना जाता है। अगर कोई एक वाक्य में गांधी की स्वाधीनता संग्राम में योगदान के बारे में पूछे तो, उसका उत्तर होगा,
एक तो, गांधी ने...
98 वर्षीय डॉ. जीजी परीख 9 अगस्त 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल थे। महात्मा गांधी ने 8 अगस्त के भाषण में हिन्दू-मुस्लिम एकता की अपील करते हुए घोषणा की थी कि देश का हर नागरिक आज के...
गांधी थीम पार्क की प्रस्तावित योजना ने 'गांधी की दूसरी हत्या' की
महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम और म्यूजियम को 'गांधी थीम पार्क' के रूप में विकसित करने की केंद्र की 1200 करोड़ रुपये की परियोजना के विरोध में प्रकाश...
इतिहास में कुछ तारीखें इतिहास और मानव चिंतन की धाराएं बदल कर रख देती हैं। ऐसी ही तारीखों में आज 7 जून की तारीख भी है, जब दक्षिण अफ्रीका के एक अज्ञात रेलवे स्टेशन, पीटरमारिट्जबर्ग, पर 7 जून 1893...
अपने वृहद उपन्यास 'पहला गिरमिटिया' के जरिए महात्मा गांधी के 'महात्मा' होने से पहले की जीवन प्रक्रिया के अनगिनत अनछुए पहलू विस्तार से व्याख्ति करने वाले गिरिराज किशोर उस वक्त विदा हुए हैं जब एक विचारधारा विशेष से वाबस्ता...