Wednesday, April 17, 2024

Mohandas Karamchand Gandhi

अगस्त क्रांति और भारत का शासक वर्ग

लेखक- डॉ. प्रेम सिंह (राम पुनियानी ने भारत छोड़ो आंदोलन की 75वीं सालगिरह के मौके पर - 'हाउ टू रिवाइव द स्पिरिट ऑफ़ क्विट इंडिया मूवमेंट' - (पीपल्स वाइस, 21 अगस्त 2017) लेख लिखा। लेख का हिंदी अनुवाद भी...

भारत छोड़ो आंदोलन और गांधीजी का यादगार भाषण

1920 से 1948 तक का कालखंड, भारतीय इतिहास में गांधी युग के नाम से जाना जाता है। अगर कोई एक वाक्य में गांधी की स्वाधीनता संग्राम में योगदान के बारे में पूछे तो, उसका उत्तर होगा, एक तो, गांधी ने...

9 अगस्त 1942 की कहानी, अगस्त क्रांति के सिपाही डॉ. जीजी परीख की जुबानी

98 वर्षीय डॉ. जीजी परीख 9 अगस्त 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल थे। महात्मा गांधी ने 8 अगस्त के भाषण में हिन्दू-मुस्लिम एकता की अपील करते हुए घोषणा की थी कि देश का हर नागरिक आज के...

साबरमती आश्रम के बाजारीकरण की योजना के खिलाफ बुद्धिजीवियों और एक्टिविस्टों ने लिखा खत

गांधी थीम पार्क की प्रस्तावित योजना ने 'गांधी की दूसरी हत्या' की महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम और म्यूजियम को 'गांधी थीम पार्क' के रूप में विकसित करने की केंद्र की 1200 करोड़ रुपये की परियोजना के विरोध में प्रकाश...

7 जून, 1893: गांधी ने नस्लभेद के विरुद्ध आंदोलन की नींव रखी थी

इतिहास में कुछ तारीखें इतिहास और मानव चिंतन की धाराएं बदल कर रख देती हैं। ऐसी ही तारीखों में आज 7 जून की तारीख भी है, जब दक्षिण अफ्रीका के एक अज्ञात रेलवे स्टेशन, पीटरमारिट्जबर्ग, पर 7 जून 1893...

स्मृति शेष: मोहनदास के महात्मा गांधी बनने की प्रमाणिक कथा लिखने वाले लेखक गिरिराज किशोर

अपने वृहद उपन्यास 'पहला गिरमिटिया' के जरिए महात्मा गांधी के 'महात्मा' होने से पहले की जीवन प्रक्रिया के अनगिनत अनछुए पहलू विस्तार से व्याख्ति करने वाले गिरिराज किशोर उस वक्त विदा हुए हैं जब एक विचारधारा विशेष से वाबस्ता...

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लोकतंत्र में चुनाव लघुता का पर्व और गर्व होता है, प्रभुता का पर्व और प्रसाद नहीं‎

लोकतंत्र में चुनाव सबसे बड़ा पर्व होता है, लोकतंत्र का पर्व। लोकतंत्र का पर्व असल में किस का पर्व...