झारखंड: मोतीलाल बास्के फर्जी मुठभेड़ के 4 साल, न्याय का अब भी इंतजार
‘‘एक आदिवासी मजदूर सुबह-सुबह जंगल में लकड़ी काटने जाता है। कोबरा फोर्स की नजर उस आदिवासी मजदूर पर पड़ती है और 11 गोली उसके शरीर [more…]
‘‘एक आदिवासी मजदूर सुबह-सुबह जंगल में लकड़ी काटने जाता है। कोबरा फोर्स की नजर उस आदिवासी मजदूर पर पड़ती है और 11 गोली उसके शरीर [more…]