प्रयागराज। महक (तीन साल) और आयुष (छः साल) गुमसुम बैठे हैं। खेलने-खाने की उम्र में इन्होंने अपनी बहन, बाबा और दादी की मौत को देखा है। मां, पिता और चाचा अस्पताल में ज़िन्दग़ी और मौत के बीच जूझ रहे...
गांव के चौबारे की साप्ताहिक बाज़ार में सब्जी का दाम जेब की पहुंच से बाहर देख राजेंद्र पटेल अल-सुबह तहसील की मंडी पहुँच गये और एक सब्जी विक्रेता से मुखातिब होकर बोले-
क्यों भाई, परवल कैसे दिये ?
भाई 400 रुपये...
पिछले दिनों दो खबर पर अपना ध्यान गया। पहली खबर सरसों के तेल में ब्लेंडिंग की फिर से इजाजत दिए जाने की। दरअसल सरसों का जो तेल बड़ी कंपनियां बनाती हैं, उसमें वे बीस फीसदी कोई दूसरा तेल मसलन...