Narmada Bachao Andolan
संस्कृति-समाज
ढाई आखर प्रेम की यात्रा: श्रम और आंदोलन के बीच प्रेम और इंसानियत के गीत
प्रेमचंद ने प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना के वक़्त 1936 में लेखकों को एक ज़िम्मेदारी देते हुए कहा था कि हमें हुस्न का मेयार बदलना है। मतलब सौंदर्य के मापदंड बदलने हैं। कुछ वक़्त तक प्रेमचंद के इन शब्दों...
जलवायु
राष्ट्रीय नदी घाटी मंच ने नदियों के संरक्षण, सुरक्षा एवं पुनर्जीवन के लिए कानून का मसौदा तैयार किया
बड़वानी। भारत में 400 से अधिक बड़ी नदियां हैं। लगभग सभी नदियों का पानी प्रदूषित हो चुका है। नदी का पानी ना पीने लायक बचा है और ना ही नहाने लायक बचा है। नदियों के किनारों का अतिक्रमण, प्राकृतिक...
पहला पन्ना
“हम मानवता के ख़िलाफ़ अपराधों के गवाह बन रहे हैं”
उत्तर प्रदेश में 2017 में सांप्रदायिक रूप से एक बहुत ही बंटे हुए चुनावी अभियान के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब मैदान में उतरे तो हालात की उत्तेजना और बढ़ गई। एक सार्वजनिक मंच से उन्होंने राज्य...
बीच बहस
नागरिक आजादी का अंतरिक्षः अवमानना का उपग्रह
1. प्रशांत भूषण के अवमानना प्रकरण के कारण जिरह में संविधान के इतिहास और उसकी भविष्यमूलकता को लेकर कई तरह के पेंच और द्वैध पैदा हो गए हैं। उनकी भ्रूण हत्या नहीं की जानी चाहिए।ये सवाल फिलहाल तो जस्टिसगण...
Latest News
आरएसएस-भाजपा सरकार ने भारत को बना दिया लेबर चौराहा!
धन-धान्य व उपजाऊ भूमि से भरपूर, अपार...
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